महात्मा गांधी एक नाम नहीं अपितु शांति,अहिंसा और राजनीतिक शुचिता के प्रतीक हैं – कमल कल्ला
बीकानेर । राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर बीकानेर में जगह जगह आयोजन हुए। स्कूल्स में सरकारी आदेश पर गीत गाये गए, वहीं कांग्रेस के अग्रिम संगठनों ने गांधीजी व शास्त्रीजी को याद किया। जस्सूसर गेट पर कांग्रेस सेवादल के कार्यालय सेवा आश्रम में श्रद्धांजलि सभा, संकीर्तन तथा पदयात्रा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्वावलंबन और स्वदेशी के प्रतीक चरखे से सूत कातकर बनाई गई माला गांधीजी और शास्त्रीजी को अर्पण की गई तथा सेवादल, बीकानेर के अनेक कार्यकर्ताओं ने भी चरखे से सूत कातकर गांधीजी को सच्ची श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान सेवादल के प्रदेश उपाध्यक्ष कमल कल्ला ने वर्चुअल संबोधित करते हुए कहा कि विश्व पटल पर महात्मा गांधी सिर्फ एक नाम नहीं अपितु शांति,अहिंसा और राजनीतिक शुचिता के प्रतीक हैं। भारत और पाकिस्तान एक साथ आजाद हुए लेकिन भारत की तत्कालीन सरकार ने गाँधी जी के मार्ग को चुना और पाकिस्तान ने कट्टरता, साम्प्रदायिकता और नफरत के मार्ग को चुना जिसका परिणाम आज जगजाहिर है। श्री कल्ला ने गांधीजी को श्रीकृष्ण तथा कांग्रेस की तुलना पांडवों से करते हुए कहा कि धर्म के युद्ध में चतुरंगिणी सेना भले ही अधर्मियों के पास चली जाए लेकिन कृष्ण रूपी गांधीजी के विचार हमेशा कांग्रेस के पास रहेंगे।
इस अवसर पर शहर अध्यक्ष अनिल व्यास ने गांधीजी के जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला और शास्त्री जी को आदर्श प्रधानमंत्री बताया। सेवादल के वरिष्ठ नेता शिवशंकर हर्ष ने कहा कि गांधीजी और शास्त्रीजी भारतीय राजनीतिक चेतना के पुरोधा थे जिनके नेतृत्व में आज़ादी की लड़ाई लड़ी गई। सेवादल के कार्यकर्ता साज़िद सुलेमानी ने गांधीजी और शास्त्रीजी के जीवन से संबंधित अनेक ऐतिहासिक प्रसंगों को साझा करते हुए कहा कि कांग्रेस को आज भी उन्हीं के आदर्श पर चलने की जरूरत है। ज़ाकिर नागौरी ने भी गांधी दर्शन पर अपने विचार रखे। पूर्व पदाधिकारी श्री नरसिंह व्यास ने संगठन को बिना जन सेवा की कामना से आगे बढ़ाने की अपील की।
संकीर्तन से श्रद्धांजलि
सभा के बाद संकीर्तन का आयोजन किया गया जिसमें राष्ट्रीय एकता तथा धार्मिक सद्भावना आधारित कीर्तन किया गया। कार्यक्रम के अंत में जाकिर नागौरी के नेतृत्व में राहुल गांधी जी के समर्थन में सेवा आश्रम जस्सूसर गेट से 2km की पदयात्रा का आरम्भ किया गया जिसमें सेवादल के कार्यकर्ताओं ने पूर्ण गणवेश में उपस्थिति दी। कार्यक्रम के संयोजक वीरेंद्र किराड़ू, राजा काका, सकीना खान, जावेद भाई चुनगर,देवेश दुजारी, मोहित बिस्सा, प्रेम सुथार सहित अनेक सेवादल कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
चरखा चलाया
कार्यक्रम के दौरान दो महिला सेवादल कार्यकर्ताओं ने चरखा चलाया। करीब दो घंटे चले कार्यक्रम के दौरान ये महिलाएं चरखा चलाती रही। इस दौरान सेवादल के पदाधिकारियों ने भी चरखा चलाने का अनुभव लिया।
पद यात्रा से बना माहौल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ाे यात्रा को आत्मिक समर्थन देने के लिए गांधी जयंती पर सेवादल कार्यकर्ताओं ने बीकानेर में जस्सूसर गेट से दो किलोमीटर की सांकेतिक यात्रा की। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी की यात्रा में शामिल होने की इच्छा भी जताई।