AdministrationBikanerExclusive

आवंटित खनन पट्टों का राजस्व रेकार्ड में सुनिश्चित होगा शत-प्रतिशत इन्द्राज

0
(0)

*खनिज खोज ड्रिलिंग के लिए तलाशेंगे निजी क्षेत्र की विशेषज्ञ सेवाएं-एसीएस डॉ. अग्रवाल*
*-बीकानेर, जैसलमेर, चूरू में खनिज जिप्सम परमिट आवेदन की ऑनलाइन प्रक्रिया 15 अगस्त तक*
*-जिप्सम ईटीपी के 187 परमिट जारी*

बीकानेर, 16 जुलाई। अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस, पेट्रोलियम व जलदाय डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि राज्य में खान विभाग द्वारा आवंटित खनन पट्टों का रेवेन्यू विभाग से समन्वय बनाते हुए राजस्व रेकार्ड में शत-प्रतिशत अमल दरामद (इन्द्राज) सुनिश्चित किया जाएगा ताकि राजस्व व उपनिवेशन विभाग द्वारा भूमि का अन्य प्रयोजन के लिए आवंटन की संभावनाएं ना रहें। उन्होंने बताया कि बीकानेर, नागौर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ जैसलमेर में खनन संपदा के विपुल भण्डारों को देखते हुए खोज कार्य को गति देने के लिए ड्रिलिंग व खोज कार्य के लिए निजी क्षेत्र के विशेषज्ञों की सेवाएं लेने की संभावनाएं तलाशी जाएगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान मेें विपुल खनिज भण्डार हैं और विभाग के खोज, खनन व सफल नीलामी कार्य को देखते हुए ही पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया गया है। उन्होंने बीकानेर, रतनगढ़ व चूरू के जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों के साथ भी समीक्षा बैठक ली।

एसीएस माइंस डॉ. सुबोध अग्रवाल शनिवार को बीकानेर में मांइस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने कृषि सुधार के लिए बीकानेर, जैसलमेर व चूरू जिले में खनिज जिप्सम के परमिट जारी करने और डीलर्स के पंजीयन व ई-टीपी की प्रक्रिया को आसान बनाते हुए 16 जून से आरंभ ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 15 अगस्त तक जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि अब तक प्राप्त 152 आवेदनों को परीक्षण किया जा रहा है। वहीं जिप्सम के ई-ट्रांजिट परमिट के लिए प्राप्त 207 आवेदनों में से 187 को परमिट भी जारी कर दिए गए हैं।

डॉ. अग्रवाल ने बताया कि बीकानेर में 3 लिग्नाईट ब्लॉकों, नागौर में दो लाईम स्टोन ब्लॉकों के ऑक्शन की तैयारी हैं वहीं नागौर में 10 लाईम स्टोन ब्लॉकों की सफलतापूर्वक नीलामी की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि नागौर में 3 लाईम स्टोन ब्लॉकों की जियोलोजिकल रिपोर्ट अंतिम चरण में है।
बैठक में खनिज सिलिशियस अर्थ को केन्द्र सरकार से प्रधान खनिज से अप्रधान खनिज में अधिसूचित कराने का सुझाव दिया गया। इसी तरह से खनिज लाईम स्टोन एसएमएम ग्रेड के आवंटन प्रक्रिया पर भी पुनर्विचार की आवश्यकता प्रतिपादित की गई। बीकानेर वृत में चार ड्रिलिंग मशीनों में से 3 मशीनों द्वारा नागौर व एक मशीन द्वारा जैसलमेर में ड्रिलिंग कार्य किया जा रहा है। अतिरिक्त निदेशक माइंस बीकानेर जीएस निर्वाण ने वृत की गतिविधियों की जानकारी दी।

बैठक में अधिक्षण खनि अभियंता भीम सिंह राठौड़, अधिक्षण भू वैज्ञानिक नागौर आरके मारुका, खनि अभियंता बीकानेर आरएस बलारा, सहदेव सहारण, ललित मंगल, उप छिद्रण अभियंता मनीष दसोरा, भू वैज्ञानिक कर्णवीर सिंह राजवी ने विस्तार से वृत के खनिज खोज, खनन पट्टों की नीलामी, खनन प्लॉटोें की ऑक्शन के लिए तैयारी, जिप्सम पट्टों व ईटीपी प्रगति व राजस्व प्राप्ति से अवगत कराया। इस अवसर पर विभाग के अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating 0 / 5. Vote count: 0

No votes so far! Be the first to rate this post.

As you found this post useful...

Follow us on social media!

Leave a Reply