एम एम ग्राउंड के पास हॉर्डिंग के पीछे छिपा हवा की सेहत बताने वाला डिजिटल बोर्ड किसे दिखेगा
बीकानेर । यहां एम एम ग्राउंड में राजीव गांधी तरणताल के आगे हवा की सेहत बताने वाला एक डिजिटल डिसप्ले बोर्ड लगाया गया है, लेकिन यह बोर्ड किसे दिखेगा? क्योंकि इस बोर्ड के आगे विज्ञापन के बड़े-बड़े हॉर्डिंग लगे हैं। इसे समझदारों व जिम्मेदारों ने इस तरह से लगाया है कि बोर्ड के राइट और फ्रंट साइड से आने वालों को यह नजर ही नहीं आएगा। यानि नया शहर थाना से एमएम ग्राउंड की ओर जाने वाले मार्ग और विश्वकर्मा गेट से ग्राउंड की ओर जाने वाले राहगीरों को यह बोर्ड नजर ही नहीं आ रहा है। महल डूडी पेट्रोल पंप से ग्राउंड की ओर आने वाले राहगीरों को जरूर अच्छे से दिखाई देगा। अब यहां सवाल उठता है कि इस बोर्ड को डिस्प्ले करने वाले कौन सी इंजीनियरिंग लगाकर आमजन तक सूचना दिखाना चाहते हैं। जाहिर है कि जब इस स्थान का चयन किया गया और जब इसे इंस्टॉल किया गया तब किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने इसका निरीक्षण ही नहीं किया। यदि किया होता तो यह सामान्य सी व्यवस्था समझने में देर नहीं लगती। फिलहाल इस बोर्ड को लगाने का पूर्ण औचित्य समझ से परे नजर आ रहा है। होना तो यह चाहिए कि डिजिटल बोर्ड के आगे लगे हार्डिंग को हटाकर अन्यंत्र लगाया जाए तब जाकर यह डिजिटल बोर्ड आमजन की नजरों के सामने होगा। हालांकि हवा की सेहत जानने के लिए यह बहुत शानदार व्यवस्था है, लेकिन इसका प्रस्तुतिकरण सही नहीं है। 👇 यह मिलेगी जानकारी 👇
इस डिजिटल बोर्ड से हमें रोजाना यह जानकारी मिलेगी कि आज का तापमान, हवा की गति, दिशा व दबाव कितना है। वातावरण में 2.5 माइक्रोन व 10 माइक्रोन वाले पार्टिकल्स मैटर (हवा में तैरते धूल के कण) की कितनी मात्रा है और कितनी होनी चाहिए। इसके अलावा अमोनिया, ओजोन, बेंजिन कार्बन मोनो आक्साइड, सल्फर डाइ आक्साइड, नाइट्रोजन डाइ आक्साइड आदि गैस की कितनी मात्रा मौजूद है। इनकी स्टेंडर्ड वैल्यू भी डिजिटल बोर्ड पर डिसप्ले होगी। यदि वैल्यू स्टेंडर्ड से ज्यादा होगी तो समझो उस दिन की हवा की सेहत अच्छी नहीं है। इसके साथ ही रोज की डेट और टाइम भी डिसप्ले होगा। हालांकि अभी जो आंकड़े दिखाए जा रहे हैं वे फिलहाल परीक्षण के तौर पर डिसप्ले किए जा रहे हैं। सभी कसौटी पर खरे उतरने के बाद रोजाना अपडेटेड डाटा डिसप्ले होने लग जाएंगे। देखें फोटो 👇