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एक महीने में 75 स्कूलों में विद्युत कनेक्शन, नए सत्र से पहले शत प्रतिशत स्कूलें होंगी विद्युतीकृत

बीकानेर, 17 मई। जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि जिले में नए सत्र से एक भी स्कूल विद्युत कनेक्शन से वंचित नहीं रहना चाहिए।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने राष्ट्रीय पोषाहार सहायता कार्यक्रम और समग्र शिक्षा की जिला निष्पादन समिति की कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को आयोजित बैठक में यह निर्देश दिए।

उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूलों को विद्युत कनेक्शन से जोड़ने के विशेष मुहिम चलाई जा रही है, जिसके तहत पिछले एक महीने में 75 स्कूलों को विद्युत कनेक्शन से जोड़ दिया गया है। उन्होंने विद्युत कनेक्शन से वंचित स्कूलों की जानकारी लेते हुए कहा कि जहां डिमांड राशि जमा है, वहां कनेक्शन प्राथमिकता से जारी किए जाएं। साथ ही यदि डिमांड राशि ज्यादा है तो इस एस्टीमेट को रिवाइज करवाएं और आवश्यकता पड़ने पर सोलर कनेक्शन लिए जाएं। नये सत्र में एक भी स्कूल विद्युत कनेक्शन से वंचित ना रहे, यह सुनिश्चित हो।

जिला कलक्टर ने कहा कि कक्षा 5, 8 व 10 में वर्तमान सत्र में अध्ययनरत उन विद्यार्थियों को चिन्हित करें, जो संभावित ड्रोपआउट हो सकते हैं। एक भी बच्चा इस सर्वे से छूटे नहीं। इसके लिए जिले में चलने वाले आओ आगे बढ़ें अभियान के बारे में उन्होंने जानकारी दी।

विद्यालयों में ईटीसी लैब के उपयोग की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि जिन विद्यालयों में विषय अध्यापकों के पद रिक्त हैं, वहां कक्षा एक से 12 तक कासमस्त ई कंटेंट उपलब्ध रहे और टाइम टेबल के अनुसार उस कक्षा के विद्यार्थी कम्प्यूटर लैब में उपस्थित रहें, यह सुनिश्चित किया जाए। इसकी रेंडम जांच की जाएगी।

जिला कलक्टर ने कहा कि कोरोना के कारण विद्यार्थियों की शिक्षा नकारात्मक रूप से प्रभावित हुई है। इसकी भरपाई के लिए नये सत्र से शाला प्रधान अपनी पहल पर अतिरिक्त कालांश लगवाने की व्यवस्था करें, जिससे बच्चों की बेसिक लर्निंग कमजोर ना रहे। उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य के प्रति सजग रहें और नींव मजबूत करने में अपना योगदान दें।

सभी बालिका विद्यालयों में बने आई एम शक्ति कार्नर
जिला कलक्टर ने जन्म के समय लिंगानुपात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रारंभ किए गए शक्ति अभियान के तहत जिले की सभी स्कूलों में आई एम शक्ति कार्नर तैयार करवाने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने कहा कि जिले के मिडिल व सैकेंडरी बालिका विद्यालयों में यह कार्नर स्थापित कर बालिकाओं को लिटरेचर, हाइजीन व काउंसलिंग सहायता प्रदान की जाएगी। सभी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी इस कार्य को प्राथमिकता पर रखते हुए पूर्ण करवाएं।

उन्होंने बताया कि को-ऐड व अन्य विद्यालयों में एक दीवार तैयार कर बालकों के मन में नारी सम्मान के संस्कार विकसित करने के लिए प्रसिद्ध और प्रेरणास्पद महिलाओं के चित्र उकेरे जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य बच्चियों के स्वास्थ्य के साथ-साथ उनके मन में करियर बनाने के लिए सलाह उपलब्ध करवाना है। जिला कलक्टर ने मिड डे मील की समीक्षा कर खाद्यान्न का समयबद्ध उठाव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

बैठक में प्रत्येक ब्लॉक में पांच खेल मैदान विकसित करने, कन्या प्रवेश उत्सव मनाने की समीक्षा की गई। जिला कलेक्टर ने कहा कि हर ब्लॉक मुख्य शिक्षा अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में 5 खेल मैदान तैयार करवा समय पर काम पूरा करना सुनिश्चित करवाएं। इस कार्य में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए।
विद्यार्थियों के सहयोग से टीएलएम बनवाए जाएं और साथ ही गणित व विज्ञान किट का भी नए सत्र में इस्तेमाल सुनिश्चित किया जाए।

नव भारत साक्षर अभियान में जिले को 17 हजार का लक्ष्य
साक्षरता समन्वयक राजेन्द्र जोशी ने बताया कि नवभारत साक्षर अभियान के तहत जिले में 17 हजार का लक्ष्य दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष समस्त प्रोजेक्ट डिजिटल माध्यम से चलाया जाएगा। इसके लिए विद्यालय आईटीसी लैब क्लास रूम के रूप में प्रयोग में लिए जाएंगे। लैब की सर्वे रिपोर्ट 1 सप्ताह में भेजने के लिए जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए।

बैठक में उपनिदेशक महिला अधिकारिता मेघा रतन, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी डॉ राजकुमार शर्मा, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक हेतराम सारण, सुंदरलाल गोदारा, समस्त ब्लॉक के मुख्य शिक्षा अधिकारी उपस्थित थे।

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