उद्यमी व्यापारियों एवं जीएसटी अधिकारियों ने की परिचर्चा
बीकानेर । केन्द्रीय वस्तु एवं सेवा कर संभाग बीकानेर उपायुक्त कृपा शंकर मीणा के नेतृत्व में उद्यमियों एवं व्यापारियों के साथ जीएसटी से संबंधित नए नियमों एवं आ रही समस्याओं के निराकरण हेतु परिचर्चा का आयोजन किया गया | बीकानेर जिला उद्योग संघ अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया एवं सचिव वीरेंद्र किराडू ने बताया कि व्यवहारी के पास इनपुट का आधिक्य होने के कारण उसको टेक्स नहीं भरना पड़ता है और वह अपना रिटर्न त्रैमासिक लगाता है जिसके कारण इनपुट लेने वाले व्यवहारी को उसका क्लेम समय पर नहीं मिलता है इस हेतु व्यवहारी को समय पर इनपुट क्लेम सुनिश्चित किया जाए | राजस्थान में होटल व्यवसाइयों को उद्योग श्रेणी में शामिल करने के पश्चात जीएसटी भी उद्योग के अनुसार सभी सुविधाएं प्रदान की जाए |
दालों से निर्मित बड़ी व मंगोड़ी जो कि पूर्णतया हाथ से निर्मित होती है | वर्तमान में 12% जीएसटी लगती है इसे पूर्णतया कर मुक्त किया जाए | वर्तमान में कोरोना के कारण जो व्यवहारी समय पर अपना रिटर्न दाखिल नहीं कर सके उन सभी व्यवहारियों को पूर्व की भांति पेनल्टी व ब्याज में शत प्रतिशत छूट दी जाए | साजी पापड़ निर्माण की मुख्य कच्ची सामग्री है जिस पर 18% जीएसटी लगती है जबकि पापड़ पूर्णतया कर मुक्त है इसलिए साजी को भी पूर्णतया कर मुक्त किया जाए |
परिचर्चा में नरेश मित्तल, अरुण झंवर, सुशील बंसल, दिलीप रंगा, लूणकरण सेठिया, प्रकाश ओझा, राजाराम सारडा, गुरदीप शर्मा, भंवरलाल चांडक, गोपाल किराडू, अभिमन्यु जाजड़ा एवं विभाग के अधीक्षक गोपाल कुलरिया, राजीव मित्तल, निरीक्षक मनोज कुमार आदि उपस्थित हुए |