इधर गोचर गौशाला व गाय चारे पर संकट, उधर सरकार का हट
– राजे ने गोचर मुद्दे को सही ठहराया
– भाटी की जाजम पर आए युवा भाजपा नेता राजवी व सिवाड़
– श्रीमद् भागवत कथा में नन्द उत्सव का आयोजन
– दीवार निर्माण के लिए सहयोग देने हेतु भामाशाहों में होड़
बीकानेर 11 फरवरी। बीकानेर में इन दिनों गोचर, औरण व चारागाह पर आए संकट को लेकर पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी पिछले एक माह से संघर्ष कर रहें और उधर महंगे होते चारे के चलते गौशालाओं पर आए संकट को लेकर बीकानेर गोशाला संघ के अध्यक्ष सूरजमालसिंह नीमराना संघर्ष कर रहे हैं। सार रूप में कहें तो यह सारा संकट गाय पर ही आ रहा है और हमारी सरकार जो है हट किए बैठी है। न तो सरकार गोचर को संकट से उबार रही है और न ही सस्ते चारे के लिए कोई कदम उठा रही है। कहीं सरकार की यह हठधर्मिता स्वयं सरकार को संकट में न ला दें। इसलिए समय रहते सरकार को गऊ हित में कदम उठाने ही होंगे वरना यह छोटी काशी की पब्लिक है सब जानती …
गोचर, औरण व चारागाह की जमीन पर कब्जों को नियमन करने के राज्य सरकार के फैसले के बाद से बीकानेर में पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी का शरह नथानियान गोचर भूमि में चल रहा बेमियादी धरना 30 वें दिन भी जारी रहा । धरना स्थल पर भजन , कीर्तन व श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन हो रहा है । गोचर पर चल रहे भागवत कथा में हजारों की तादाद में महिला व पुरुष पहुंच रहे है । भागवत कथा में आज नन्द उत्सव का आयोजन हुआ । गोचर आन्दोलन के समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्विट के जरिये एक बयान जारी कर भाटी के गोचर मुद्दे का समर्थन किया । वहीं पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत के नाती व पूर्व मंत्री नरपतसिंह राजवी के पुत्र अभिमन्यू सिंह राजवी व पूर्व मंत्री नरेन्द्र कंवर के पुत्र राजेश्वर सिंह सिवाड़ ने धरना स्थल पर पहुंच कर भाटी के धरने का समर्थन किया ।
छः न्याति महासभा के अध्यक्ष भंवरलाल व्यास , पाराशर नारायण शर्मा ने अपने कार्यकारिणी के साथ आकर धरने का समर्थन किया । गौ रक्षा हिन्दू दल के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह राजपूत झालावाड़ ने भाटी के गांचर आन्दोलन का समर्थन किया ।
शनिवार को दोपहर 3 बजे जानकी महल आश्रम श्रीवृन्दावन धाम के महंत श्री भरत शरण जी महाराज अपने शिष्यों के साथ धरना स्थल पर आएंगे। भाटी के प्रवक्ता सुनील बांठिया ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने एक ट्विट में कहा कि भाटी द्वारा चारागाह भूमि पर पट्टे देने के विरूद्ध जो मुद्दा उठाया है वो उचित है । उन्होंने ने राज्य सरकार से आग्रह किया कि माननीय राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा हाल में पारित निर्णय के परिपेक्ष्य में संबंधित परिपत्र को वापस लेने पर विचार करें ।
युवा भाजपा नेता अभिमन्यू सिंह राजवी व राजेश्वर सिंह सिवाड़ धरना स्थल पर पहुंचे । दोनों नेताओं ने गोचर , ओरण व चारागाह के इस मुद्दे को उठाने के लिए भाटी को साधुवाद दिया व समर्थन का दिया । बांठिया ने बताया आज शरह नथानियान गोचर भूमि में चल रहे दीवार निर्माण कार्य के लिए जुगल किशोर – सरोज देवी बिहाणी व विष्णु जोशी द्वारा एक – एक लाख रूपये की राशि पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी को भेंट की । वहीं आशुतोष शर्मा पुत्र चन्द्रप्रकाश व राजकुमारी श्यामसुन्दर पारीक ने 51 सौ रूपये की राशि भाटी को दीवार निर्माण के लिए भेंट की ।
इधर धरनास्थल पर चल रही भागवत कथा में जुगल किशोर – सरोजदेवी बिहाणी दम्पति द्वारा भागवत पूजन किया गया । वहीं मथुराराम – राधाकिशन व किशन सोनी परिवार करमीसर की ओर से शुक्रवार के भागवत प्रसाद का वितरण किया गया । इस परिवार द्वारा भाटी को गुड़ से तोल कर गुड़ गायों को दिया गया । बालसंत श्रीछेल बिहारी महाराज ने चतुर्थ दिन की कथा का वाचन करते हुए जड़ भरत , अजामिल की कथा , सुर्यवंश के राजाओं की कथा , राम जन्म व भागवान श्रीकृष्ण के जन्म की विस्तृत कथाओं का वर्णन किया । भागवत कथा में नन्द उत्सव का आयोजन हुआ । नन्द उत्सव के दौरान काशी की थाली व गुलाल उड़ाकर खुशियां मनायी गयी । नन्द उत्सव में पण्डाल छोटा पड़ गया हजारों की तादाद में महिला व पुरूष हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैयालाल की के उदघोष से गोचर का नजारा वृन्दावन सा हो गया । इस अवसर पर रामकिशन आचार्य अंशुमानसिंह भाटी व देवकिशन चांडक ने पुष्पवर्षा की ।
बालसंत ने राजस्थान हाईकोर्ट के फैसले पर प्रसन्नता जतायी व इसे गौ माता की जीत बताया । बालसंत ने कहा जब तक देवी सिंह भाटी जैसे जुझारू नेता हमारे बीच में है गायों का ग्रास कोई नहीं छींन सकता । भाटी को धरना स्थल पर आकर समर्थन देने वालों का तांता लगा हुआ है। धरने पर आने वालों में मुख्य रूप से युधिष्ठर सिंह भाटी, भगवानसिंह मेडतिया, भवानीसिंह सुरनाणा, एडवोकेट गिरिराजसिंह भाटी , नाल सरपंच सुरजाराम , पूर्व सरपंच खाजूवाला रामेश्वर तरड़ , सतवी हरियाणा से चांदरतन तंवर , पूर्व सरपंच हजारीराम , कावनी सरपंच भवरराम , विजयसिंह चावड़ा , मघसिंह बाप , बजरंगसिंह लोयल , छैलुसिंह राठौड़ गोविन्दसर , जयदयाल पंचारिया , मोहनलाल जाजड़ा , किशन जोशी , कुन्दलमल बोहरा , आशाराम जोशी , शिव जाजड़ा सहित सैकड़ों लोगों ने गोचर आन्दोलन को जायज ठहराते हुए समर्थन दिया।
बीकानेर गोशाला संघ का प्रदर्शन आज
बीकानेर गोशाला संघ के अध्यक्ष सूरजमाल सिंह नीमराना ने बताया कि वर्तमान समय में चारे के भाव आसमान छू रहे हैं, इस कारण से गौशाला का संचालन गौवंश का पालन दुष्कर कार्य बनता जा रहा है, सरकार इस तरफ आंख मूंद के बैठीं है। राज्य सरकार ने गौशाला संचालकों से वादा किया था कि हम 9 माह का अनुदान देंगे, परंतु उस पर भी सरकार ने चुप्पी साध रखी है।
अतः ऐसे विभिन्न मांगों को लेकर 12 फरवरी को दोपहर 01:30 बजे जिला कलक्टर बीकानेर को मुख्यमंत्री राजस्थान के नाम ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा। ताकि इस सोई हुई सरकार की आंखें खुले और गोपालक के पास पल्लवित गोवंश के साथ गौशाला में संरक्षित गोवंश को संरक्षण प्रदान किया जा सके।