28 वां राज्य स्तरीय मास्टर बच्ची गोल्ड कप फुटबॉल टूर्नामेंट 8 से
बीकानेर। मास्टर बच्ची क्लब फुटबॉल समिति के तत्वाधान में स्थानीय पुष्करणा स्टेडियम के खेल मैदान में 8 जनवरी से 28 वां राज्य स्तरीय मास्टर बच्ची गोल्ड कप फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन किया जाएगा।
समिति के अध्यक्ष सुनील बांठिया ने बताया कि 5 दिन तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में पूरे राज्य से आने वाली आठ टीमें भाग लेगी। जिसमें प्रमुख रूप से मारवाड़ क्लब जोधपुर, डीएफए अजमेर, नोहर फुटबॉल क्लब, डीएफए भीलवाड़ा, यूनाइटेड क्लब अलवर, निविया क्लब कोटा, विजय क्लब, जयपुर व डीएफए बीकानेर तथा स्थानीय मास्टर बच्ची क्लब टीम है।
समिति के सचिव भरत पुरोहित ने बताया कि इस बार भी फाइनल मैच दूधिया रोशनी में खेला जाएगा। साथ ही प्रत्येक मैच के बाद एक वरिष्ठ खिलाड़ी का सम्मान किया जाएगा।
खिलाडिय़ों के रहने की व्यवस्था स्थानीय रमण भवन, उस्ता बारी के बाहर, बीकानेर में की जाएगी।
पुरोहित ने बताया कि प्रतियोगिता के मुख्य प्रायोजक – स्व जतनदेवी जेठमल पुरोहित स्मृति संस्थान बीकानेर के विशन पुरोहित होंगे ।
साथ ही विजेता व उप विजेता की ट्रांफिया संतलाल बाबा की याद में महर्षि एकेडमी की ओर से प्रदान की जाएगी। वहीं विजेता और उपविजेता के व्यक्तिगत पुरस्कार स्व गिरधरलाल -बुलाकी मारू की याद में नथमल मारू द्वारा दिएं जाएंगे।
रनिंग ट्रांफी स्व सीतादेवी छंगाणी पत्नी श्री जमन छंगाणी (जमन घोट ) की तरफ से आनदं-केशव द्वारा प्रदान की जाएंगी । वहीं मैन ऑफ द मैच के पुरस्कार हिमालय ऑप्टिकल कंपनी कीे ओर से राजूदेवी की स्मृति में दिएं जाएंगे।
इसके अलावा गौमत सेवा ट्रस्ट, पन्नालाल पुरोहित स्मृति संस्थान, स्व विजय कुमार की स्मृति में अजय व्यास की ओर से भी स्मृति चिन्ह प्रदान किये जाएंगे।
प्रतियोगिता पूर्व आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में समिति के सचिव भरत पुरोहित ने पूरे कार्यक्रम को विस्तार से बताया तथा कन्हैया लाल कल्ला, पण्डित महेन्द्र व्यास, कालू महाराज, विशन पुरोहित, एडवोकेट अजय पुरोहित, अशोक छंगाणी, नवल कल्ला आदि ने अपनी अपनी बात रखी l
इस अवसर पर शिवाजी आहूजा, मम्मू महाराज, विमल राय आचार्य, राजेंद्र चाण्डक, प्रेम चंद पुरोहित, मोटू महाराज, अरविन्द ऊभा, शिव नारायण पुरोहित, नारायण दास बोहरा, विजय शंकर हर्ष, नथमल मारु, राहूल किराड़ू, इन्द्र जोशी, शंकर व्यास”C.A.”, चन्दू पनिया, भुवनेश पुरोहित, श्रीगोपाल व्यास, जितेन्द्र पुरोहित आदि ने भी अपने विचार रखे