बैंकों के निजीकरण से सर्वाधिक नुक़सान में रहेंगे मध्यम और निम्नवर्गीय लोग
– यूनाइटेड फोरम ऑफ़ बैंक यूनियंस, बीकानेर ने जताया विरोध
– प्रस्तावित निजीकरण के ख़िलाफ़ बैंक कर्मियों का जबरदस्त प्रदर्शन
बीकानेर। भारतीय स्टेट बैंक पब्लिक पार्क शाखा के सामने यूनाइटेड फ़ोरम ऑफ़ बैंक यूनियंस के आह्वान पर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण व बैंकिंग सुधार विधेयक के विरोध में युऍफ़बीयु सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया। इसमे बड़ी संख्या में महिला कर्मचारियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। प्रदर्शन में युऍफ़बीयु के संयोजक वाई.के. शर्मा “योगी” ने आने वाले संघर्ष के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस संबंध में देश को निजीकरण से होने वाले नुक़सान के बारे में अवगत कराते हुए आंदोलन को सफल बनाने का आह्वान किया।
प्रदर्शन के दौरान स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, ऑफ़िसर्स एसोसिएशन के रीजनल सेक्रेटरी एम.एम.एल.पुरोहित ने बताया कि देश का बैंक कर्मी जनहित के बैंकिंग नीतियों के साथ देश के आर्थिक विकास से जुड़ी नीतियों का समर्थक है न की बैंकों के निजीकरण किए जाने का। पुरोहित ने बताया कि निजीकरण का सर्वाधिक नुक़सान मध्यमवर्गीय और निम्नवर्ग के लोगों को होगा। साथ ही मज़दूर,किसान, छात्र एवं दूसरे जरूरतमंद लोगो को सरकारी जन कल्याणकारी योजनाओ का लाभ नहीं मिल पाएगा। क्योंकि निजी बैंक इन योजनाओ में लाभ ना देखते हुए इन्हें लागू नहीं करेंगे। इस संबंध में आने वाले दिनों में किए जाने वाले धरना, प्रदर्शन और हड़ताल की विस्तृत जानकारी दी।
एनसीबीइ के डिप्टी जनरल सेक्रेटरी मुकेश शर्मा तथा पंजाब नेशनल बैंक अधिकारी एसोसिएशन के सी.के.व्यास ने बताया कि हड़ताल से संबंधित नोटिस यूनाइटेड फ़ोरम द्वारा भारतीय बैंक संघ को दिया जा चुका है।
बीकानेर में आंदोलन के कार्यक्रम के अनुसार 9 दिसंबर को विरोध स्वरूप ब्लैक बैज धारण किए जाएंगे और 13 दिसंबर को निजीकरण के विरोध में मास्क लगाकर प्रदर्शन किया जाएगा। फिर 16 दिसंबर को बैंक ऑफ़ बड़ौदा, स्टेशन रोड शाखा से प्रातः 11 बजे वाहन रैली निकाली जाएगी जो कि जिला कलक्टर कार्यालय पर सभा के रूप में परिवर्तित होगी। वहीं 17 दिसंबर को SBI पब्लिक पार्क शाखा से कलक्ट्रेट तक पैदल मार्च कर प्रदर्शन किया जाएगा।
आज के प्रदर्शन में बैंक ऑफ़ बड़ौदा स्टाफ यूनियन के उप महासचिव रामदेव राठौड़ एवं अक्षय व्यास, यूनियन बैंक के जयशंकर खत्री, पंजाब नेशनल बैंक से राम प्रताप गोदारा, जेपी वर्मा आदि ने संबोधित किया।