कोरोना इम्पेक्टः परिचर्चा में सामने आया होटल कारोबारियों का दर्द
बीकानेर। बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया एवं होटल उद्योग उत्थान संस्थान के अध्यक्ष मो. सलीम सोढा ने केंद्र सरकार से कोरोना वायरस के कारण होटल इंडस्ट्री पर पड़ रहे विपरीत प्रभाव से निजात दिलवाने के लिए परिचर्चा कर एक पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भिजवाया। पत्र में बताया गया कि कोरोना वायरस के कारण पर्यटकों एवं कोर्पोरेट जगत के प्रतिनिधियों की आवाजाही थम गई है और पर्यटक जो यहाँ आकर जिन वस्तुओं की खरीद करते हैं उनके उत्पादक व कारोबारी भी प्रभावित हो रहे हैं। इससे होटल इंडस्ट्री के अस्तित्व को खतरा तो उत्पन्न हुआ है साथ ही होटल अपनी आजीविका चलाने में भी असमर्थ होने के कारण होटल कर्मचारियों के रोजगार पर भी खतरा मंडरा रहा है। कोरोना वायरस के कारण होटल एवं पर्यटन विभाग की 70 से 80 प्रतिशत बूकिंगें केंसिल हो रही है। कोरोना वायरस के कारण होटल इंडस्ट्री सबसे अधिक चपेट में आई हुई है। साथ ही एसोसिएशन ने कोरोना वायरस के प्रकोप से प्रभावित होटल इंडस्ट्री को उबारने के लिए केंद्र सरकार के हस्तक्षेप की मांग भी की गई। जिस प्रकार सरकार ओलावृष्टि या अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों के लिए राहत की घोषणा करती है उनका लगान आबियाना आदि माफी करती है वैसे ही होटल इंडस्ट्री को कारोबारी गिरावट के वर्तमान दौर में बैंकों को देय ब्याज दरों में कटौती करवाए। साथ ही अगले एक साल तक पर्यटन, यात्रा एवं होटल उद्योगों के लिए जीएसटी एवं पीएफ पर पूर्ण छूट दी जाए साथ ही होटल उद्योग में काम करने वाले कर्मचारियों को मनरेगा योजना से धन प्रदान किया जाए ताकि कर्मचारियों की भी आजीविका के साथ साथ रोजगार बना रहे। साथ ही जीएसटी और अग्रिम कर भुगतान को स्थगित करने के अलावा सभी मूलधन व ऋण और ओवरड्राफ्ट के लिए ब्याज भुगतान पर 6 से 9 माह के लिए छूट दी जाए। इस अवसर पर प्रकाश चन्द्र ओझा, दिलीप रंगा, के.के.मेहता, प्रेमचंद अग्रवाल, गोपाल अग्रवाल, अजय मिश्रा आदि उपस्थित हुए।