योग हमारी कार्य क्षमता को बढ़ाता है- कुलपति, यूसीईटी में योग प्रशिक्षण कार्यशाला शुरू
बीकानेर। यूसीईटी बीटीयू में आज से सात दिवसीय योग कार्यशाला की शुरुआत हुई । प्रोफेसर ए. एस. विद्यार्थी, कुलपति बी.टी.यू. ने बताया कि योग हमारी कार्य क्षमता को बढ़ाता है तथा प्रकृति के साथ हमारा सामंजस्य बनाता है। डॉ वाई. एन. सिंह, डायरेक्टर अकादमी अफेयर, बी.टी.यू. ने बताया कि विद्यार्थी जीवन में योग विचारों में संयम सिखाता है जिससे वह अपने समय प्रबंधन को सुनियोजित कर सकते हैं। कार्यक्रम की संचालिका डॉ. अनु शर्मा ने कहा कि योग हमारी संस्कृति की अमूल्य देन है। इसे अपनाकर हम अपने शरीर, मन आदि में एकाग्रता विकसित कर सकते हैं। कार्यक्रम के सह संचालक डॉ. प्रीति पारीक और सुरेंद्र जांगु ने योग गुरु का परिचय देते हुए अभ्यास सत्र में सक्रिय रूप से विद्यार्थियों को जीवन में योग को अपनाने के लिए प्रेरित किया। योग शिक्षक केसरी चंद पुरोहित ने प्रथम सत्र में योग के विभिन्न आसनों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है इससे शरीर, आत्मा को एक साथ लाने का काम होता है। उन्होंने बताया कि सूर्य नमस्कार कैसे हमारा बहुमुखी विकास कर सकता है। ऊँ मंत्र हमारी सभी विकारों को दूर करने में कैसे सहायक होता है। आज के परिवेश में हम अपनी संस्कृति से दूर होते जा रहे हैं। योग पुनः अपनी जड़ों को पहचानने में सहायक होता है। अंत में डॉ. प्रीति पारीक ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया तथा छात्रों को जीवन में योग को अपनाने के लिए प्रेरित किया। पी. आर. ओ. विक्रम राठौड़ ने आगामी दिनों के कार्यक्रम की जानकारी दी।