कपड़ा कारोबारियों ने लॉकडाउन में वस्त्र व्यवसाय खोलने के लिए सीएम से लगाई गुहार
बीकानेर । बीकानेर के कपड़ा कारोबारियों ने सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखकर लाॅकडाउन में कपड़े की दुकानें खोलने के लिए गुहार लगाई है। राजस्थान सरकार द्वारा कोविड-19 की सरकारी गाइडलाइन में 2 जून से कपड़ा व्यापार सुबह 6 बजे से 11 बजे तक खोलने की अनुमति दी गई है। वस्त्र व्यवसाय गत वर्ष भी सीजन के तीन माह अप्रैल मई-जून में अपना व्यापार बंद कर सरकार के साथ खड़ा रहा। इस वर्ष भी सीजन के 2 महीने से अपना व्यापार बंद कर सरकारी नीतियों का पालन कर रहा है। इस दौरान उसका व्यापार बंद है, लेकिन बैंक लोन की किस्तें संस्थानों के किराए स्टाफ का वेतन बिजली-पानी के बिल तथा घर खर्च कहां से लाएं। इसके अलावा इनके साथ स्टाफ व व्यवसाय के साथ जुड़े कारीगर मजदूर उनकी मजदूरी डेढ़ माह से बंद है। वह सभी दैनिक खर्चो तथा रोटी पानी के लिए परेशान है ऑनलाइन व्यापार तो शुरू से चल रहा है। मार्केट बंद होने के कारण ग्राहकों का रुझान ऑनलाइन की ओर बढ़ रहा है। नतीजे छोटे व्यापार या मध्य व्यापार तो खत्म होने के कगार पर खड़ा है। जैसा की गाइड लाइन में सुबह 6 से 11 तक हफ्ते में 2 दिन खोलने की अनुमति मिली है। इतनी सुबह ग्राहक कपड़ा लेने नहीं आएगा फिर दुकान खोलने से क्या फायदा?
उन्होंने सीएम से आग्रह किया है कि सुबह 6 बजे से 11 बजे तक किराना व जरूरी सामान दोपहर 11 बजे से शाम 5 बजे तक कपड़ा व्यापार खोलने की अनुमति प्रदान कर कपड़ा व्यवसाय को जीवन दान दें ताकि व्यापारी अपना घर चला सके।
कारोबारियों की हुई बैठक श्रीराम मार्केट में सोमवार सुबह दस बजे संघ की वर्चुअल मिटिंग हुई जिसमें कोविड -19 के नियमों की पालना करते हुए पदाधिकारी हरीश नाहटा, थोक वस्त्र व्यवसायी संघ बीकानेर के सचिव संजीव अरोड़ा, सत्यनारायण डागा मोहम्मद रसीद भाटी, मोहता चौक से घनश्याम लखाणी, रफीक भाटी, जगदीश अरोड़ा, मोहम्मद अयूब श्याम भाटी, सोभागरतन सुराना व अन्य कपड़ा व्यापारी इस वर्चुअल मिटिंग मे शामिल हुए तथा लाकडाउन में मार्केट खोलने के लिए मिली छूट पर तथा उसमें आने वाली समस्याओं पर चर्चा की। साथ ही मुख्यमंत्री के नाम पत्र भी लिखा।