कोरोना एडवाइजरी का उल्लंघन किया तो एक दिन के लिए सीज होगा प्रतिष्ठान
45 वर्ष तक के सभी लोगों का वैक्सीनेशन गुरुवार से होगा शुरू
बीकानेर, 31 मार्च। कोरोना एडवाइजरी की अवहेलना करने वाले प्रतिष्ठानों को एक दिन के लिए सीज किया जाएगा। गुरुवार से जिले भर में यह कार्यवाही होगी।
जिला कलक्टर नमित मेहता ने बुधवार को आयोजित बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना एडवाइजरी की शत-प्रतिशत पालना करवाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। जिले भर में इसे लेकर ठोस कार्यवाही हो। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। मास्क नहीं लगाने वालों तथा सोशल डिस्टेंसिंग नहीं रखने वालों के खिलाफ चालान किए जाएं। प्रत्येक सक्षम अधिकारी औचक कार्यवाही करें। एडवाइजरी की अवहेलना करने वाले प्रतिष्ठानों को एक दिन के लिए सीज किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक उपखण्ड क्षेत्र में मैरिज पैलेस संचालकों के साथ बैठक की जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि शादी समारोह में 200 आदमियों की सीमा की अवहेलना नहीं हो। ऐसा पाए जाने पर सम्बंधित मैरिज पैलेस को पूरे सीजन के लिए सीजिंग की कार्यवाही की जा सकेगी।
जिला कलक्टर ने कहा कि उपखण्ड क्षेत्रों में सेम्पलिंग बढ़ाई जाए। प्रत्येक उपखण्ड क्षेत्र में प्रति माह औसत पन्द्रह सौ सेम्पल लिए जाएं। किसी क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर प्रॉपर कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग हो। चार-पांच पॉजिटिव मामले पाए जाने की स्थिति में कन्टेन्टमेंट जोन बनाया जाए और बेरिकेड्स लगाकर सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने चेकपोस्ट को मुस्तैद रखने के निर्देश दिए तथा कहा कि सड़क और रेल मार्ग से आने वाले लोगों की सतत ट्रेसिंग की जाए। दूसरे राज्यों से आने वाली बसों पर विशेष नजर रखी जाए।
45 साल से अधिक आयु वाले लोग करवा सकेंगे वेक्सीनेशन
जिला कलक्टर ने कहा कि गुरुवार से 45 साल और इससे अधिक आयु के सभी लोगों का वेक्सीनेशन करवाया जा सकेगा। इसके मद्देनजर प्रत्येक उपखण्ड क्षेत्र में विशेष कार्ययोजना बनाई जाए। इस आयु का कोई भी व्यक्ति वंचित नहीं रहे, यह सुनिश्चित किया जाए। उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी तथा ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी इसकी नियमित समीक्षा करें। उन्होंने बताया कि गुरुवार से डोर टू डोर सर्वे शुरू हो जाएगा। सर्वे कार्य की नियमित मोनिटरिंग हो तथा इस कार्य में जुटे सभी कार्मिकों को मुस्तैद किया जाए। गुरुवार से प्रत्येक उपखण्ड क्षेत्र में कम से कम दो हजार लोगों का वेक्सीनेशन किया जाए। इसके लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए तथा ढिलाई बरतने वालों के खिलाफ कार्यवाही हो। प्रत्येक क्षेत्र के मौजीज लोगों, स्वयंसेवी संस्थाओं से सम्पर्क करते हुए अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जाए। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही उप स्वास्थ्य केंद्रों सहित आवश्यकता के अनुसार दूरस्थ स्कूलों में भी वैक्सीनेशन केम्प लगाए जाएंगे। साथ ही प्रत्येक उपखण्ड क्षेत्र में कम से कम पांच-पांच ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक उपखण्ड क्षेत्र के वेक्सीनेशन की नियमित समीक्षा की जाएगी तथा लक्ष्य की तुलना में कम उपलब्धि हासिल करने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।