संकट में जनता द्वारा जनता की सेवा करना बड़ी बात : बजाज
कोरोना वाॅरियर्स का हुआ अभिनन्दन
बीकानेर। पी जोशी वेलफेयर सोसाइटी द्वारा आज कोरोना वाॅरियर्स का सम्मान किया गया। सिंथेसिस के डायरेक्टर मनोज बजाज ने कहा कि कोरोना आपदा में जो सबसे बड़ी बात सामने उभर के आई वह यह है कि इस संकट की घड़ी में जनता द्वारा जनता की सेवा की गई और कई सामाजिक संस्थाएं उभर कर आई जिन्होंने सराहनीय कार्य किया। उन में से एक पी. जोशी वेलफेयर सोसाइटी की जितनी भी प्रशंसा कि जाए वह कम है। वहीं समाज सेवी राजेश चूरा ने कहा कि पी जोशी वेलफेयर सोसाइटी के कार्यकर्ता वाकई साधुवाद के पात्र है जो लगातार 26 मार्च से भोजन सेवा चला रहे हैं। उन्होंने कहा जिस तरह की व्यवस्था है यह वाकई क़ाबिले तारिफ है। वहीं प्रवासी बीकानेरी उद्योगपति व समाजसेवी रामलाल सुथार ने कहा कि संस्था का कार्य अभूतपूर्व है एवं में सभी का आभार प्रकट करता हूँ कि आपने मुझे यहां बुलवाकर यह सम्मान दिया। संस्था द्वारा
अपने उन सहयोगियों का सम्मान किया गया जिन्होंने लगातार 66 दिनों से चल रही भोजन व्यवस्था में सहयोग कर संस्था को सबल प्रदान किया। संस्था अध्यक्ष तेजकरण हर्ष ने बताया कि विगत 26 मार्च से चल रही भोजन व्यवस्था को सुचारु रुप से निरंतर चलाए रखने में मुम्बई प्रवासी उद्योगपति व समाजसेवी रामलाल सुथार व उद्योगपति समाजसेवी राजेश चूरा का महत्वपूर्ण योगदान रहा है जिसको कभी भुलाया नहीं जा सकता और आज हमारा सौभाग्य है कि ये महानुभव आज हमारे बीच उपस्थित है और हमें उनका सत्कार करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उनको आज कोरोना वीर सम्मान से नवाजा गया। यह सम्मान सिंथेसिस के डायरेक्टर मनोज बजाज के हाथों संस्था सहयोगियों आशा स्वामी, अशोक चौधरी, गौरी शंकर भाटिया, साहीद अली पूर्व डायरेक्टर होलसेल भण्डार, मूल सिंह, पार्षद वसीम, ब्रजरतन भोजक, मोतीलाल सुथार, भीम सिंह राजपुरोहित व साफा विशेषज्ञ किशन पुरोहित के सानिध्य में हुआ। संस्था संयोजक शिव शंकर हर्ष ने सभी मेहमानों का परिचय करवाया। संस्था संयोजक प्रेमरतन जोशी ने सभी का आभार प्रकट किया। ज्ञात रहे पी जोशी वेलफेयर सोसाइटी विगत 26 मार्च से जरूरतमंदो को लगभग 4200 पैकेट सुबह व 4200 पैकेट शाम को उपलब्ध करवाती आई है। वहीं अब तक 553 राशन सामग्री किट भी वितरित कर चुकी है। यह सेवा फिलहाल 31 मई तक है। और अगर लाॅक डाउन आगे बढ़ता है तो इसे निरंतर चलाए रखने का प्रयास आपसी सलाह मशविरा के बाद किया जा सकता है।