ऊँट उत्सव में शामिल किया तो दिखेगा 500 साल का बीकानेर
ऊँट उत्सव में ‘मिनी पर्यटन केंद्र’ बने आर्ट गैलेरी: उद्योग संघ की मांग

बीकानेर। बीकानेर जिला उद्योग संघ ने मांग की है कि संघ परिसर में स्थित ऐतिहासिक आर्ट गैलेरी को आगामी ऊँट उत्सव के कार्यक्रमों की श्रंखला में शामिल किया जाए। संघ अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने पर्यटन विभाग की अधिकारी नेहा शेखावत एवं पवन शर्मा को सुझावों और नवाचारों की जानकारी देते हुए इस संबंध में आग्रह रखा।
पचीसिया ने बताया कि 28 नवंबर को जिला कलक्टर की अध्यक्षता में हुई ऊँट उत्सव संबंधी बैठक में भी इस विषय पर विस्तृत चर्चा की गई थी। प्रस्ताव है कि उत्सव के दौरान पर्यटकों के भ्रमण कार्यक्रमों में इस गैलेरी को शामिल किया जाए, ताकि पर्यटक एक ही स्थान पर बीकानेर के 500 वर्षों के इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर का साक्षात्कार कर सकें।
उन्होंने बताया कि इस आर्ट गैलेरी को बीकानेर के इतिहास, कला, साहित्य, तीज-त्योहार, मेले, तालाब, बावड़ियां, रम्मतों और अन्य पौराणिक छवियों को दर्शाने वाले दुर्लभ छायाचित्रों से सजाया गया है। इसकी विशिष्टता को देखते हुए इसे ‘मिनी पर्यटन केंद्र’ कहा जाए तो भी अतिशयोक्ति नहीं होगी।
गैलेरी में दुर्लभ तस्वीरों के साथ विशेषज्ञ दस्तकारों द्वारा तैयार की गई भारत की महान शख्सियतों की पेंटिंग्स भी प्रदर्शित हैं, जो इसे ऐतिहासिक और कलात्मक रूप से और समृद्ध बनाती हैं। पचीसिया ने कहा कि यह गैलेरी निश्चय ही बीकानेर आने वाले पर्यटकों के लिए शहर की आत्मा और इतिहास को समझने में अहम भूमिका निभा सकती है। इस अवसर पर दिलीप रंगा, रघुवीर झंवर सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।

