सरे नथानिया गोचर पर कब्जा मुक्त कराने की मांग, प्रशासन को दिया सात दिन का अल्टीमेटम
बीकानेर। जैसलमेर हाईवे (NH-15) पर बीकानेर विश्वविद्यालय से करीब 500 मीटर दूर स्थित सुरदासाणी पुरोहितों के पूर्वज स्याऊ बाबा का लगभग 400 वर्ष पुराना मंदिर गोचर भूमि विवाद में आ गया है। आरोप है कि मंदिर परिसर से सटे गोचर भूभाग पर तारबंदी कर स्थायी निर्माण करवाया गया है।



श्री स्याऊ बाबा नवयुवक मण्डल सेवा समिति का कहना है कि यह ऐतिहासिक व सामाजिक धरोहर है, जिस पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने के लिए वे लगातार प्रयासरत हैं। पूर्व में भी प्रशासन को अवगत करवाया गया, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
इसी को लेकर मंगलवार, 16 सितम्बर 2025 को समिति पदाधिकारियों ने जिला कलेक्टर नम्रता और एसडीएम महिमा को ज्ञापन सौंपा। प्रशासन ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि सात दिन में प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया तो समिति के सभी सदस्य जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना और आमरण अनशन शुरू करेंगे। समिति ने कहा कि इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
ज्ञापन सौंपने के दौरान एडवोकेट बृजमोहन, पंडित मुनेश, पंडित मिलन, रमेश पुरोहित, गिरधारी सुरा, कैलाश पुरोहित, पंडित गौरीशंकर, राजा बाबू सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।