राजस्थानी युवा लेखक संघ ने उठाई मांग : पाण्डुलिपि व प्रकाशन सहायता हेतु अकादमी करे शीघ्र कार्यवाही


बीकानेर, 26 अगस्त।
राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर के अध्यक्ष एवं संभागीय आयुक्त द्वारा अकादमी की प्रमुख पत्रिका “जागती जोत” के पुनः प्रकाशन की कार्यवाही किए जाने पर राजस्थानी युवा लेखक संघ के प्रदेशाध्यक्ष एवं साहित्य अकादेमी (नई दिल्ली) से राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त साहित्यकार कमल रंगा ने साधुवाद प्रकट किया है।
रंगा ने कहा कि अकादमी को और अधिक गतिशील एवं रचनाशील बनाने के लिए वर्ष 2025-26 में पाण्डुलिपि, निजी पुस्तक प्रकाशन, पत्र-पत्रिका आदि के लिए सहायता राशि स्वीकृत करने की दिशा में शीघ्र कदम उठाए जाएं। उन्होंने बताया कि इस संबंध में साहित्य अकादमी उदयपुर सहित प्रदेश की अन्य अकादमियां पहले ही पहल कर चुकी हैं।
कमल रंगा ने अकादमी अध्यक्ष से आग्रह किया कि राजस्थानी भाषा-जगत एवं प्रदेश के साहित्यकारों के हित में यह कार्य आवश्यक है। साथ ही उन्होंने यह भी अनुरोध किया कि अकादमी स्तर पर पूर्व से लंबित बकाया पुरस्कार एवं अन्य सहायता को शीघ्र निष्पादित किया जाए।