सीएसआईआर-सीरी, पिलानी में ‘वैज्ञानिक के रूप में एक दिन’ कार्यक्रम सम्पन्न
17 स्कूलों के 310 विद्यार्थियों ने लिया भाग, वैज्ञानिकों से संवाद कर अनुसंधान को जाना नज़दीक से

पिलानी।
सीएसआईआर-सीरी, पिलानी में 21 से 25 जुलाई 2025 तक आयोजित ‘वैज्ञानिक के रूप में एक दिन’ कार्यक्रम का सफलतापूर्वक समापन हुआ। यह आयोजन सीएसआईआर की ‘जिज्ञासा’ पहल के तहत हुआ, जिसका उद्देश्य स्कूली विद्यार्थियों को देश के वैज्ञानिक अनुसंधान और प्रयोगशालाओं से प्रत्यक्ष रूप से जोड़ना है।
पाँच दिवसीय इस कार्यक्रम में पिलानी एवं आसपास के 17 विद्यालयों के 310 छात्र-छात्राओं और उनके शिक्षकों ने भाग लिया। विद्यार्थियों ने सीएसआईआर-सीरी की अत्याधुनिक अनुसंधान प्रयोगशालाओं का भ्रमण किया और वैज्ञानिकों से संवाद के माध्यम से विज्ञान के प्रति अपनी जिज्ञासा को समाधान में बदला।
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने उन्नत वैज्ञानिक उपकरणों और तकनीकों को प्रत्यक्ष रूप से देखा और अनुसंधान की प्रक्रिया को समझा। साथ ही, प्रेरणादायक व्याख्यानों के माध्यम से उन्हें ‘विकसित भारत @2047’ की दिशा में विज्ञान को करियर के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।
इस अवसर पर सीएसआईआर-सीरी के निदेशक डॉ. पी.सी. पंचारिया ने कहा, “यह कार्यक्रम छात्रों को शोध एवं नवाचार की वास्तविक दुनिया से जोड़ने का एक सार्थक प्रयास है। हमें गर्व है कि हम इस राष्ट्रीय पहल का हिस्सा बनकर भविष्य के वैज्ञानिकों को प्रेरित कर पा रहे हैं।”
गौरतलब है कि भारत के प्रधानमंत्री एवं सीएसआईआर के अध्यक्ष नरेंद्र मोदी ने 23 फरवरी 2025 को अपने 119वें ‘मन की बात’ कार्यक्रम में विद्यार्थियों से अपील की थी कि वे “एक दिन वैज्ञानिक के रूप में बिताएं” और अनुभव करें कि वैज्ञानिक जीवन कैसा होता है। उसी विचार को मूर्त रूप देने हेतु सीएसआईआर की सभी प्रयोगशालाओं में यह अभिनव कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
सीरी पिलानी में इस कार्यक्रम का समन्वयन वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख, पी.एम.ई. प्रमोद तंवर द्वारा किया गया। उन्होंने विद्यार्थियों को वैज्ञानिक सोच विकसित करने और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
यह आयोजन न केवल विद्यार्थियों के लिए विज्ञान को नज़दीक से समझने का अवसर बना, बल्कि उन्हें देश की वैज्ञानिक यात्रा में भागीदार बनने की प्रेरणा भी प्रदान की।