संस्कारों से सजी विरासत – चूरा परिवार की वंशावली का लोकार्पण
चूरा परिवार की वंशावली का भव्य लोकार्पण समारोह, नई पीढ़ी को संस्कारों से जोड़ने का लिया संकल्प
बीकानेर। जगन्नाथ जी चूरा परिवार की वंशावली के लोकार्पण का समारोह ब्रह्म बगीचा में उत्साहपूर्वक आयोजित हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत कुलदेवी माँ हरिप्रिया की पूजा-अर्चना से हुई, जिसमें परिवार के सभी सदस्य श्रद्धा से शामिल हुए। समारोह में जगन्नाथ जी चूरा के सभी वंशज एकत्रित हुए और बुजुर्गों के करकमलों से वंशावली का लोकार्पण कर उसका वितरण किया गया। भाईपा में आपसी सामंजस्य को मजबूत बनाए रखने के उद्देश्य से नौ सदस्यों की कार्यकारिणी का गठन किया गया, जिसमें सर्वसम्मति से राजेश जी चूरा को संरक्षक नियुक्त किया गया।

इस आयोजन में सीए, उद्योगपति, वकील, शिक्षक, कलाकार, बिजनेसमैन और सरकारी सेवाओं में कार्यरत चूरा बंधुओं की भागीदारी ने पूरे परिवार को गर्व की अनुभूति करवाई। कार्यक्रम में कर्म कांड और पांडित्य कार्य से जुड़े एवं शिक्षा रत परिवार जन शामिल हुए। समारोह में युवाओं, किशोरों और बुजुर्गों ने परिवार की एकजुटता, उपलब्धियों और भविष्य की दिशा पर प्रभावशाली ढंग से अपने विचार रखे।
कार्यक्रम के दौरान नई पीढ़ी को सुदृढ़ संस्कारों से जोड़ने और परिवार की बेहतरी के लिए निरंतर प्रयास करने का सामूहिक संकल्प लिया गया। अंत में सभी ने एक साथ सामूहिक भोजन कर पारिवारिक सौहार्द का आनंद लिया। यह आयोजन अब तक का सबसे अनूठा और संगठित पारिवारिक मिलन बन गया।