अब लेबर रूम के सामने ही होगी सोनोग्राफी
प्राचार्य डॉ. सोनी ने स्त्री एवं प्रसूती रोग विभाग की समीक्षा बैठक ली
आईवीएफ उपचार शुरू करने के प्रयास तेज
बीकानेर। सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गुंजन सोनी ने प्रिंस बीएसएम अस्पताल में चिकित्सा सेवाओं के कुशल प्रबंधन के तहत सोमवार को स्त्री एवं प्रसूती रोग विभाग की समीक्षा बैठक ली। बैठक में विभागाध्यक्ष, यूनिट प्रभारी, नोडल अधिकारी, नर्सिंग, सफाई, सुरक्षा व आईटी स्टाफ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

डॉ. सोनी ने विभागाध्यक्ष डॉ. संतोष खजोटिया को निर्देश दिए कि विभाग में स्टाफ, सफाई, सुरक्षा, दवाइयों की उपलब्धता और जांचों की स्थिति को लेकर कोई भी कमी तुरंत प्रस्ताव बनाकर भेजी जाए ताकि समाधान किया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रसूताओं को बेहतर सेवाएं मिलनी चाहिए और मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के अंतर्गत अधिक से अधिक पंजीकरण सुनिश्चित किए जाएं।विभागाध्यक्ष डॉ. खजोटिया ने बताया कि विभाग में कुल पांच यूनिट हैं, और प्रतिदिन लगभग 300 प्रसूताएं ओपीडी में देखी जाती हैं। इनमें 60% नार्मल डिलीवरी और 40% सिजेरियन केस होते हैं।
राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं के तहत लाभार्थियों को ऑनलाइन पंजीकरण के आधार पर लाभ दिए जा रहे हैं।आईवीएफ सुविधा शुरू करने की दिशा में तेजीप्राचार्य डॉ. सोनी ने पांचवीं यूनिट प्रभारी डॉ. मोनिका सोनी को निर्देश दिए कि नि:संतान दंपतियों के लिए आईवीएफ सुविधा शीघ्र प्रारंभ की जाए, जिससे आमजन को महंगा उपचार बाहर न करवाना पड़े।
डॉ. मोनिका ने बताया कि उन्होंने इस दिशा में कार्य शुरू कर प्रस्ताव जल्द भेजा जाएगा।महत्वपूर्ण निर्णय और निर्देशलेबर रूम के सामने ही सोनोग्राफी की व्यवस्था की जाएगी।डॉ. अनीता शर्मा को विभाग की नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया।एआरटी विभाग को एचआईवी पॉजिटिव महिलाओं की सर्विक्स स्क्रीनिंग के निर्देश।
डॉ. गौरीशंकर जोशी को मातृ मृत्यु दर कम करने के लिए रेफरल सिस्टम मजबूत करने के निर्देश।ब्लड बैंक को प्रसव के समय रक्त की आपूर्ति में कोई कमी नहीं रखने को कहा गया।सुरक्षा गार्ड को भीड़ नियंत्रण हेतु सख्त निर्देश।अर्जेंट फाइलों की जांच में तत्परता बरतने के निर्देश।मीजोपोस्ट व कैल्शियम की आपूर्ति शीघ्र सुनिश्चित करने को कहा गया।नर्सिंग स्टाफ को मरीजों व परिजनों से अच्छा व्यवहार रखने के निर्देश दिए गए।लैबर रूम में बिजली, पानी, सफाई और स्टाफ की कोई कमी न रहे, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। जन्म प्रमाण पत्रों में देरी से बचने के लिए आईटी सेल को निर्देशित किया गया।
बैठक में रहे उपस्थितडॉ. सुदेश अग्रवाल, डॉ. स्वाति कोचर, डॉ. पारूल प्रकाश, डॉ. कमलेश यादव, डॉ. मोनिका सोनी, डॉ. अस्मिता नायर, डॉ. मूलचंद खींचड़, डॉ. गौरीशंकर जोशी, डॉ. सुरेंद्र जीनगर, डॉ. एल.के. कपिल, डॉ. गौतम लुणिया, डॉ. अजय श्रीवास्तव, डॉ. मोहम्मद शकील, डॉ. दीपशिखर, प्रोग्रामर महेश आचार्य, अनु छाबड़ा, सुलक्षणा, जतीन्द्र कौर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।अगर आप चाहें तो इसी शैली में एक ग्राफिक न्यूज कार्ड भी बना सकता हूँ।