ExclusiveRajasthanTechnology

भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग को सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयास जरूरी – डॉ. पंचारिया



Intensive Efforts Needed to Strengthen the Semiconductor Ecosystem in India – Dr. P. C. Panchariya

सीएसआईआर-सीरी, पिलानी में एडवांस्ड VLSI डिज़ाइन पर पाँच दिवसीय उद्यमिता और कौशल विकास कार्यक्रम संपन्न


पिलानी। भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग को मजबूती देने और तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, सीएसआईआर-सीरी, पिलानी में “एडवांस्ड VLSI डिज़ाइन” विषय पर पाँच दिवसीय उद्यमिता और कौशल विकास कार्यक्रम (ESDP) आयोजित किया गया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 3 से 7 मार्च 2025 तक चला, जिसे भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा प्रायोजित किया गया था और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, चिपइन, सेमीकंडक्टर प्रयोगशाला, एवं एंटुपल टेक्नोलॉजीज़ द्वारा तकनीकी रूप से समर्थित किया गया।

इस कार्यशाला में आईआईटी, एनआईआईटी समेत देशभर के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों और उद्योग जगत से 60 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें स्नातक छात्र, शोधार्थी और पेशेवर शामिल थे। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विशेषज्ञों ने अपने व्याख्यानों और इंटरएक्टिव सत्रों के माध्यम से प्रतिभागियों को गहन तकनीकी जानकारी प्रदान की।

प्रमुख वक्ताओं और विशेषज्ञों के सत्र:

कार्यक्रम की शुरुआत सीएसआईआर-सीरी के पूर्व निदेशक, डॉ. चंद्रशेखर द्वारा सी-मॉस डिवाइसेज़ में हालिया प्रगति और भविष्य की चुनौतियों पर विचार-विमर्श से हुई। अन्य प्रमुख वक्ताओं में शामिल थे:

डॉ. जी. एस. विश्वेश्वरन (पूर्व प्रोफेसर, आईआईटी दिल्ली) – सी-मॉस वीएलएसआई डिज़ाइन पर विस्तृत ट्यूटोरियल।

डॉ. सत्य गुप्ता (अध्यक्ष, वीएलएसआई सोसाइटी ऑफ इंडिया) – भारत में चिप डिज़ाइन के अवसरों और संभावनाओं पर चर्चा।

डॉ. अनुरूप मित्रा (एनालॉग डिज़ाइन विशेषज्ञ) – सी-मॉस एम्पलीफायर डिज़ाइन और पीडीके पैरामीटर ऑप्टिमाइज़ेशन पर व्याख्यान।

श्री अरुण जैन (वरिष्ठ सुरक्षा आर्किटेक्ट, एनएक्सपी सेमीकंडक्टर्स) – हार्डवेयर और सिस्टम सुरक्षा पर इंटरएक्टिव सत्र।

लेफ्टिनेंट कर्नल मानस बाजपेई (भारतीय सेना) – स्वदेशी VLSI चिप्स की आवश्यकता पर महत्वपूर्ण जानकारी।

प्रो. जया दोफे (कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए) – हार्डवेयर सुरक्षा की चुनौतियों पर चर्चा।

श्री विजय कुमार (वरिष्ठ डिज़ाइन इंजीनियर, इंटेल) – सब-नैनोमीटर VLSI चिप्स में क्लॉकिंग रणनीतियों पर ट्यूटोरियल।

प्रो. नीरज मिश्रा (बिट्स पिलानी) – सी-मॉस ऑस्सीलेटर डिज़ाइन पर चर्चा।

अन्य विशेषज्ञ: डॉ. मनोज कुमार तिवारी (कैडेन्स), डॉ. मनीष कुमार (एमएनआईटी), डॉ. एलेक्स जेम्स (डिजिटल यूनिवर्सिटी, केरल), और डॉ. अनंत नारायण (एन्सिस इंडिया) ने भी अपने व्याख्यानों से प्रतिभागियों को लाभान्वित किया।


कार्यक्रम के दौरान सभी विशेषज्ञों ने सीएसआईआर-सीरी की प्रयोगशालाओं में हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग सेशन भी आयोजित किए, जिससे प्रतिभागियों को व्यावहारिक अनुभव प्राप्त हुआ।

समापन समारोह और भविष्य की दिशा:

कार्यक्रम का समापन सीएसआईआर-सीरी के निदेशक, डॉ. पी. सी. पंचारिया के प्रेरणादायक संबोधन के साथ हुआ। उन्होंने भारत में सेमीकंडक्टर ईकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए निरंतर प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया और इस प्रकार की कार्यशालाओं के नियमित आयोजन की आवश्यकता पर बल दिया।

उन्होंने कहा, “VLSI डिज़ाइन और चिप निर्माण में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए उद्योग और अकादमिक जगत को एक साथ काम करना होगा। यह कार्यशाला ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘सेमीकंडक्टर मिशन’ के लक्ष्यों को प्राप्त करने में एक महत्वपूर्ण कदम है।”

यह प्रशिक्षण कार्यक्रम भारतीय सेमीकंडक्टर उद्योग के कौशल विकास को बढ़ावा देने और चिप डिज़ाइन एवं फैब्रिकेशन में वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए देश को तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *