भारतीय इतिहास परंपरा और पर्यावरण विषय पर आयोजित होगी राष्ट्रीय संगोष्ठी
**राष्ट्रीय संगोष्ठी के विषय में कुलपति ने ली बैठक**
**”भारतीय परंपराओं में इतिहास का मर्म छिपा है”**
**”अनुसंधान परक इतिहास राष्ट्र को सशक्त बनाता है” : आचार्य मनोज दीक्षित**
बीकानेर। महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति सचिवालय में आज एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में अखिल भारतीय इतिहास संकलन समिति, जोधपुर प्रांत, और इतिहास विभाग, महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय द्वारा 27 जून 2024 को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय संगोष्ठी के विषय में विचार-विमर्श किया गया। कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित ने इस बैठक की अध्यक्षता की और संगोष्ठी के लिए गठित समितियों एवं कार्यकर्ताओं को विभिन्न दायित्व सौंपे।
बैठक में राजकीय डूंगर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर इंद्र सिंह राजपुरोहित ने इतिहास विभाग की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। कॉलेज शिक्षा सहायक निदेशक, डॉ. पुष्पेंद्र सिंह राणावत ने शोधार्थियों और विद्यार्थियों को संगोष्ठी में अधिक से अधिक पत्र वाचन के लिए प्रेरित किया। इतिहास विभाग के अध्यक्ष, डॉ. चंद्रशेखर काच्छावा ने बताया कि इस संगोष्ठी में राजस्थान ही नहीं, बल्कि देश के कोने-कोने से शोधार्थी भाग लेंगे और उनके शोध पत्रों के माध्यम से नए इतिहास का सृजन होगा।
बैठक का संयोजन प्रांत महासचिव, डॉ. देवाराम मेघवाल द्वारा किया गया। आयोजन समिति के समन्वयक, डॉ. अशोक शर्मा और आयोजन सचिव, डॉ. राजशेखर ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।
कुलपति सचिवालय में आयोजित इस बैठक में डॉ. रामगोपाल शर्मा, मदन मोदी, सीताराम शर्मा, भगवान सारण, गोविंद श्रीमाली, आलोक अग्रवाल, डॉ. सुनीता बिश्नोई, डॉ. सुनीता स्वामी, डॉ. कुसुम लता, प्रदीप चौहान, किरण, डॉ. सुनीता सांखला, डॉ. पवन रांकावत, डॉ. सुधीर छिंपा, डॉ. कमल चरण, डॉ. शिवकुमार व्यास, शिव शंकर चौधरी, निर्मल रत्नू आदि उपस्थित रहे।