प्रशिक्षार्थी अर्जित ज्ञान एवं कौशल से सेमीकंडक्टर उद्योग में योगदान दें : डॉ पंचारिया
सीएसआईआर-सीरी में दो सप्ताह के सेमीकंडक्टर हाई इम्पैक्ट लर्निंग प्रोग्राम (SHILP) के 9वें बैच का समापन
पिलानी। सीएसआईआर-केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान(सीरी), पिलानी में आज दो सप्ताह के सेमीकंडक्टर हाई इम्पैक्ट लर्निंग प्रोग्राम (SHILP) के 9वें बैच का प्रशिक्षण पूर्ण हुआ। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 13 से 24 मई तक चला और इसमें डीए-आईआईसीटी गांधीनगर, गुजरात के 22 बी.टेक छात्रों और दो संकाय सदस्यों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम के दौरान छात्रों को सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन के विभिन्न पहलुओं पर व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन के क्षेत्र में व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना और उनके कौशल को निखारना था।
सीएसआईआर-सीरी के निदेशक डॉ. पी.सी. पंचारिया ने समापन एवं विदाई सत्र की अध्यक्षता की और छात्रों को उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं। समापन सत्र में डॉ. पी.सी. पंचारिया ने सभी प्रतिभागियों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूर्ण करने संबंधी प्रमाणपत्र भी वितरित किए। अपने संक्षिप्त संबोधन में डॉ पंचारिया ने सभी प्रशिक्षार्थियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण उनके करियर के लिए उपयोगी सिद्ध होगा तथा वे इस प्रशिक्षण के माध्यम से अर्जित ज्ञान और कौशल का उपयोग कर भविष्य में देश के सेमीकंडक्टर उद्योग में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
इस अवसर पर मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सुचंदन पाल सहित वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक अशोक चौहान, डॉ मनीष मैथ्यू, डॉ. कुलदीप सिंह और अन्य तकनीकी एवं प्रशिक्षण अधिकारी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संयोजन प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख, पीएमई प्रमोद तँवर ने किया। सभी उपस्थित वैज्ञानिकों एवं प्रशिक्षकों ने भी प्रशिक्षार्थियों को शुभकामनाएं दीं।