सीरी ने पानी में गुणवत्ता और खून में हीमोग्लोबिन मात्रा जांच करने की स्मार्ट टेक्नोलॉजी उद्योग जगत को की ट्रांसफर
सीएसआईआर-सीरी में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस का भव्य आयोजन
सीएसआईआर महानिदेशक ने किया नई इलेक्ट्रॉनिक्स साइंस गैलरी का उद्घाटन
पिलानी। सीएसआईआर-सीरी में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस समारोहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर सीएसआईआर, नई दिल्ली की महानिदेशक डॉ एन कलैसेल्वी, सचिव, डीएसआईआर, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। संस्थान के पूर्व निदेशक एवं संस्थान की अनुसंधान परिषद (रिसर्च काउंसिल) के अध्यक्ष डॉ चंद्रशेखर, सीनियर इमेरिटस प्रोफेसर, बिट्स-पिलानी विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के निदेशक डॉ पी सी पंचारिया ने की।
संस्थान के मुख्य सभागार में आयोजित किए गए प्रौद्योगिकी दिवस कार्यक्रम में सीएसआईआर महानिदेशक डॉ कलैसेल्वी ने कहा कि पोखरण परमाणु अभियान की भूमि में स्थित राष्ट्रीय प्रयोगशाला से राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस संबोधन देना गौरव का विषय है। अपने ओजस्वी संबोधन में उन्होंने डॉ पंचारिया और उनकी टीम को इस दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने युवा वैज्ञानिकों का आह्वान किया कि भारत को विकसित देशों में शामिल करने के लिए वे बड़े उद्देश्य निर्धारित करें और उन्हें पूरा करने के लिए यथाशक्ति प्रयास करें।
इससे पूर्व कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ पी सी पंचारिया ने अतिथियों का औपचारिक स्वागत किया। अपने संक्षिप्त संबोधन में डॉ पंचारिया ने प्रौद्योगिकी दिवस मनाने की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। डॉ पंचारिया और विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर चंद्रशेखर ने सभी सहकर्मियों को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस की शुभकामनाएं दीं। प्रोफेसर चंद्रशेखर ने अपने संबोधन में इस दिवस की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश के नीति-नियंताओं ने देश के विकास के लिए स्वतंत्रता प्राप्ति से पूर्व ही उद्योगों और शोध संगठनों की योजना पर कार्य आरंभ कर दिया था।
प्रौद्योगिकी हस्तांतरण
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा पेयजल की गुणवत्ता मापने के लिए विकसित ऑल-इन-वन ‘स्मार्ट वाटर एनालाइज़र’ और खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा की जांच करने के लिए विकसित ‘स्मार्ट हीमोग्लोबिन मेज़रमेन्ट सिस्टम’ का उद्योग जगत को टेक्नोलॉजी ट्रांसफर किया गया। डॉ सत्यम श्रीवास्तव एवं उनकी टीम द्वारा विकसित दोनों प्रौद्योगिकियों का हस्तांतरण स्थित मेसर्स प्लास्टी सर्ज प्रा. लि., अमरावती (महाराष्ट्र) को किया गया। पानी की गुणवत्ता मापने वाला यंत्र 22 पैरामीटरों पर पानी की जाँच करता है। यह ऑनलाइन और ऑफ लाइन दोनों विधियों से कार्य करता है। वहीं संस्थान द्वारा विकसित दूसरी प्रौद्योगिकी से हीमोग्लोबिन की मात्रा की जांच भी त्वरित एवं अत्यंत किफायती होगी। दोनों ही डिवाइस पूर्णतया स्वदेशी हैं।
इससे पूर्व डॉ कलैसेल्वी ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर संस्थान की नवनिर्मित इलेक्ट्रॉनिक्स साइंस गैलरी का उद्घाटन किया तथा संस्थान में चल रहीं विभिन्न परियोजनाओं के पोस्टरों व उत्पादों का अवलोकन किया। साथ ही उन्होंने सीएसआईआर-सीरी द्वारा विकसित प्रमुख प्रौद्योगिकियों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। प्रयोगशाला भ्रमण के दौरान उन्होंने संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों एवं उपलब्धियों की सराहना की। महानिदेशक एवं सचिव, डीएसआईआर, भारत सरकार ने संस्थान की शोध प्रयोगशालाओं एवं प्रीसीज़न कृषि स्टेशन का भी अवलोकन किया।