यूआईटी वर्ष 2043 की आवश्यकताओं के मद्देनजर तैयार करेगा मास्टर प्लान
स्टेकहोल्डर्स की बैठक आयोजित
बीकानेर। नगर विकास न्यास द्वारा वर्ष 2043 की आवश्यकताओं को ध्यान रखते हुए मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। इस पर चर्चा के लिए गुरुवार को यूआईटी सभागार में जिला कलक्टर और नगर विकास न्यास अध्यक्ष नम्रता वृष्णि की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें बीकानेर (पश्चिम) विधायक जेठानंद व्यास सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
जिला कलक्टर ने बताया कि वर्ष 2043 में यूआईटी क्षेत्र की अनुमानित 16 लाख जनसंख्या को ध्यान रखते हुए मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। यह तीसरा मास्टर प्लान होगा। इससे पहले वर्ष 1976 में पहला तथा वर्ष 2001 में दूसरा मास्टर प्लान तैयार किया गया था।
पहला प्लान वर्ष 1977 तथा दूसरा 2002 में नोटिफाई हुआ। पहला प्लान 1996 तक की आवश्यकताओं के मद्देनजर बना, जिसे वर्ष 2001 तक बढ़ाया गया। दूसरा प्लान वर्ष 2023 तक के लिए था।
उन्होंने कहा कि तीसरे मास्टर प्लान के सर्वे से संबंधित कार्य वेपकोस द्वारा करवाया जा रहा है। वर्ष 2043 तक के मास्टर प्लान में 90 गांवों और को शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मास्टर प्लान से जुड़े सभी विभाग वर्ष 2043 की आवश्यकताओं के मद्देनजर बेहतर सुझाव दें। इनके आधार पर ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा।
विधायक व्यास ने कहा कि बीकानेर का चहुमुखी विकास हो, इसमें मास्टर प्लान महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसे ध्यान रखते हुए सभी अधिकारी बेहतर ड्राफ्ट तैयार करें। अन्य न्यास क्षेत्रों और विकसित शहरों के मास्टर प्लान का अध्ययन भी कर लिया जाए। इसमें अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधियों से सुझाव भी शामिल किए जाएं। उन्होंने कहा की नई विकसित होने वाली कॉलोनियों से आधारभूत सुविधाओं को भी शामिल किया जाए।
उन्होंने बताया कि उनके द्वारा मास्टर प्लान से जुड़े कुछ सुझाव राज्य सरकार को भेजे गए हैं, न्यास द्वारा इनका परीक्षण करते हुए इन्हें भी शामिल किया जाए।
इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोहन लाल, नगर निगम आयुक्त केसर लाल मीणा, नगर विकास न्यास सचिव मुकेश बारहठ के आलावा एयरपोर्ट, एनएचएआई, उद्योग, चिकित्सा, टाउन प्लान, आईजीएनपी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।