बीकानेर रेल मंडल ने स्क्रैप बेचकर 25.40 करोड़ रूपए का राजस्व प्राप्त किया
बीकानेर। उत्तर पश्चिम रेलवे बीकानेर रेल मंडल द्वारा रेल परिसरों में अनुपयोगी तथा व्यर्थ पड़े कबाड़ (स्क्रैप) के निस्तारण करने के लिए अनेक कार्य किए जा रहे हैं। जिससे इनके हटने से सुरक्षा में वृद्धि होने के साथ-साथ परिसरों में स्वच्छता को भी सुनिश्चित किया जा सके। कबाड़ निस्तारण के लिए भंडार विभाग मिशन जीरो स्क्रैप अभियान के तहत रेलवे स्टेशनों, रेलखंड, डिपो, वर्कशॉप, शेड तथा रेलवे परिसर को कबाड़ मुक्त करने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
उत्तर पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अनिल कुमार रैना ने बताया कि मंडल रेल प्रबंधक राजीव श्रीवास्तव के दिशा निर्देशन में मंडल ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में अनुपयोगी तथा व्यर्थ पड़े कबाड़ (स्क्रैप) को बेचकर 25.40 करोड रुपए का राजस्व प्राप्त किया है। भंडार विभाग द्वारा स्टेशनों, रेल परिसर फील्ड यूनिट्स से पुराने कबाड़ को हटाने तथा बेचने के लिए अभियान के तहत कार्य किया जा रहा है।
भंडार विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 में बीकानेर रेल मंडल से लगभग 5500 मीट्रिक टन कबाड़ स्क्रैप का निस्तारण किया गया जिससे मंडल को 25.40 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ। पिछले वर्ष 2021-22 में बीकानेर मंडल को स्क्रैप को बेचकर 9.77 करोड रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ था।
रेलवे द्वारा स्क्रैप में अनुपयोगी रेल, रेल पथ सामग्री, अनुपयोगी वैगन, कोच और लोहे के स्क्रैप सम्मिलित है। रेलवे द्वारा आईआरपीएस पोर्टल की नीलामी के माध्यम से स्क्रैप की बिक्री होने से होने वाली आय का उपयोग बुनियादी ढांचे के विकास में जाता है। रेलवे के इन प्रयासों से जहां रेलवे परिसर की स्वच्छता में वृद्धि हुई है वहीं दूसरी और रेलवे की सुरक्षा में भी वृद्धि हुई है।