संघर्ष के कदम : आन्दोलनकारियों का फतेहपुर से कूच
बाबुओं का जगह-जगह हो रहा है स्वागत और मिल रहा है समर्थन
सीकर । तेज सर्दी और लम्बी डगर की परवाह न करते हुए सोमवार को अखिल राजस्थान बाबू एकता मंच का पैदल मार्च सीकर जिले के फतेहपुर इलाके में पहुंच गया। इन आंदोलनकारियों के होसले और जुनून को देखते हुए जगह जगह स्वागत किया जा रहा है। इतना ही नहीं जायज मांग को देखते हुए पैदल मार्च को भरपूर समर्थन मिल रहा है। अभी ये हालात है तो संघर्ष के ये कदम जब जयपुर की धरती पर पड़ेंगे तब पता चलेगा सरकार कितनी संवेदनशील है। क्योंकि बीकानेर से जयपुर तक खींची गई पैदल मार्च की यह लकीर सरकार की तकदीर तय करने के लिए काफी मानी जा सकती है। ऐसे में इस गांधीवादी आंदोलन को हल्के में लेने की जरा सी भी चूक सरकार को भारी पड़ सकती है।
अखिल राजस्थान बाबू – एकता मंच द्वारा ग्रेड पे 3600 की मांग को लेकर बीकानेर से जयपुर बाबू पैदल मार्च सोमवार को पांचवें दिन जारी रहा। फतेहपुर में स्थानीय बाबूओं के साथ झुंझुनूं के साथियों ने भी भावभीना स्वागत किया। प्रदेश संरक्षक मदनमोहन व्यास ने बताया कि पैदल मार्च आंदोलन कारियों ने दोपहर तीन बजे फतेहपुर से जयपुर की ओर कूच कर दिया है।
प्रदेश संयोजक कमल नारायण आचार्य ने फतेहपुर एवं झुंझुनूं के साथियों को धन्यवाद देते हुए बताया कि ग्रेड पे 3600 के आदेश शासन स्तर से जारी कर प्रति मंच को नहीं दी गई है अतः मजबूर होकर पूर्व घोषणानुसार बीकानेर से जयपुर पैदल मार्च पुनः शुरू कर दिया गया है। उम्मीद है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत संवेदनशील होकर प्रदेश के बाबुओं (क्लर्क) को ग्रेड पे 3600 देने की मांग को स्वीकार कर आदेश जारी कर आर्थिक न्याय प्रदान करेंगे ।
मंच के उप संयोजक एवं प्रदेश प्रवक्ता गिरजा शंकर आचार्य ने बताया कि पैदल मार्च को पूरे राजस्थान के बाबू बंधुओं का पुरजोर समर्थन प्राप्त हो रहा है जिससे पैदल मार्च कर रहे आंदोलनकारियों का हौंसला अफजाई हो रही है।