लंपी डिजीज को राज्य महामारी घोषित कर इसके लिए जारी करें बजट – नीमराना
बीकानेर। बीकानेर गोशाला संघ व गो ग्राम सेवा संघ राजस्थान ने आज जिला कलक्टर बीकानेर से भेंट कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया । इस अवसर पर संगठन के सूरजमालसिंह नीमराना ने कहा कि लंपी डीजीज को अभी तक राजस्थान सरकार ने महामारी घोषित नहीं किया, जबकि इस बीमारी का प्रभाव क्षेत्र राजस्थान के 25 जिलों में हो चुका है। लाखों गोवंश बीमार है। हजारों गोवंश काल का ग्रास बन चुका है। इस बीमारी को अति शीघ्र से महामारी घोषित करें। साथ ही इसके लिए अति शीघ्र बजट जारी कर गौशालाओं को व निराश्रित गोवंश को राहत पहुंचाएं।
इन मांगों पर हो अति शीघ्र कार्रवाई
1.प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर क्वारेन्टइन सेंटर बने और उस सेंटर को एक डॉक्टर,एल एस ए की सेवा व दवाएं उपलब्ध करवाई जाए ।
2.ग्राम पंचायत स्तर पर बने सेंटर की मॉनिटरिंग गौशाला संचालक द्वारा की जा सकती है,उसके लिए गौशाला को अतिरिक्त सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाए।
3.मृत गोवंश के सही निस्तारण के लिए आपके द्वारा ग्राम पंचायत को आदेश किए गए हैं, परंतु आदेश की सही अनुपालन नहीं हो रही है, इसलिए पटवारी व ग्राम विकास अधिकारी को पाबंद करके, गोवंश का सही तरीके से निस्तारण कराया जाए अन्यथा मृत गोवंश के कारण से यह महामारी का रूप ले सकता है।
4.प्रत्येक गौशाला में डॉक्टर की विजिट अनिवार्य की जाए। वर्तमान में चिकित्सकों द्वारा गौशाला की विजिट नहीं की जा रही है ।
5.प्रत्येक गौशाला को निशुल्क औषधि उपलब्ध करवाई जाए।
6. जो क्वारेन्टइन सेंटर आम गो भक्तों द्वारा बनवाए गए हैं उसमें भी चिकित्सक और औषधि उपलब्ध करवाई जाए।
7.प्रत्येक जिले को राज्य सरकार एक करोड़ रुपए जारी करें।
6.राजस्थान की प्रत्येक गौशाला को अतिशीघ्र अनुदान के साथ-साथ अतिरिक्त सहायता भी प्रदान की जाए ताकि लंपी से ग्रसित गोवंश का सही उपचार किया जा सके।
8.अति शीघ्र संविदा पर चिकित्सा कर्मी लेकर उन्हें शहर, कस्बा व ग्रामीण क्षेत्र में पदस्थापित करके गोवंश की चिकित्सा हेतु भेजा जाए।
9 .प्रत्येक शहर और ग्रामीण क्षेत्र में एंबुलेंस की व्यवस्था अति शीघ्र की जाए ताकि बीमार गोवंश को लाने ले जाने की सुविधा मिल सके।
10. ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के गोवंश वाले क्षेत्रों में हाइपोक्लोराइड का छिड़काव राज्य सरकार नगर निगम, नगर पालिका, नगर परिषद,ग्राम पंचायत द्वारा करवाए।
इस अवसर पर जिला कलक्टर ने कहा कि जिन गौशालाओं में स्थान उपलब्ध है उन गोशालाओं में उस क्षेत्र के गोवंश के लिए क्वारेन्टइन सेंटर बनाने का प्रयास किया जाएगा ताकि उस क्षेत्र के गोवंश को बचा जा सके। कलक्टर ने कहा कि मृत गोवंश के निस्तारण के लिए ग्राम पंचायत और संबंधित कर्मियों को पाबंद किया जाएगा। आज के इस ज्ञापन में प्रयाग चांडक, प्रेम सियाग, आर्य विनोद सियाग, सुनील व्यास, प्रेम सिंह घुमांदा, पार्षद अनूप गहलोत आदि ने भाग लिया।
संगठन के महामंत्री निरंजन सोनी ने कहा कि 25 अगस्त से जिले की समस्त गौशालाओ का निरिक्षण बीकानेर गौशाला संघ द्वारा किया जाएगा और 1 सप्ताह में इस निरीक्षण की रिपोर्ट गोशाला संघ के सौंपी जाएगी। जिले की गौशालाओं में जो समस्याएं हैं, जो कमी है, जिसकी आवश्यकता है, उन सब की लिस्ट बनाकर सरकार को भेजी जाएगी, ताकि सरकार से उस विषय में कार्य करवाए जा सकें, सरकार से सहायता ली जा सके।