दूसरों के लिए थोड़ा जीना शुरू करें तो जीने का आनंद अलग ही होता है- ममता राठी
– अपना घर आश्रम में मनाया रक्षाबन्धन
बीकानेर। हम जब कोई भी त्यौहार मनाते है या अपना व अपने बच्चों का जन्मदिन या घर में कोई पार्टी आदि करते हैं तो खुशी का अनुभव करते हैं उससे ज्यादा खुशी हमें तब प्राप्त होगी अगर हम अपनी खुशी दीन- दुखियों, लाचारों, बेसहारा, असहाय लोगों के बीच जाकर मनाए। यह बात प्रमुख उद्योगपति एवं अपना घर आश्रम के अध्यक्ष जुगल राठी ने कही। वे रक्षाबंधन पर्व मनाने के लिए अपना घर आश्रम में परिवार सहित मौजूद थे। रक्षाबंधन के पावन पर्व पर समाज सेविका ममता राठी व उनकी दोनों पुत्रियों मुस्कान राठी व खुशी राठी ने आश्रम में आवास कर रहें असहाय लोगों को राखी बांधी और फ्रूट्स वितरित किए। इस अवसर पर ममता राठी ने कहा कि अपने लिए तो हम सभी जीते है लेकिन जब हम दूसरों के लिए थोड़ा बहुत भी जीना शुरू कर देते है तो जीवन जीने का आनंद अलग ही होता है।