23 मई से 11 अक्टूम्बर तक
प्राकृतिक प्रकोप और कोरोना की लहर पर लहर
न्याय के देवता शनि की वक्र चाल
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बीकानेर। न्याय के देवता शनि 23 मई को दोपहर 2 बजकर 50 मिनट से 11 अक्टूम्बर को सुबह 7 बजकर 48 मिनट तक अपनी वक्र चाल से कुल 141 दिन तक विचरण करेगे । ज्योतिषाचार्य पंडित गिरवर प्रसाद बिस्सा के अनुसार शनि मंगल का षडाष्टक योग चल रहा है । दो जून से 20 जुलाई तक मंगल कर्क राशि मे रहेगा तब मंगल शनि का समसप्तक योग बनेगा । मंगल नीच का शनि नक्षत्र का होगा ।
6 अप्रेल से 6 सिम्बर के बीच के ग्रहयोगनुसार पूरे विश्व मे अकल्पनीय राजनीतिक घटनाक्रम घटित होंगे ।परस्पर युद्ध और सत्ता परिवर्तन होगे । वैश्वक अर्थव्यवस्था पर विपरीत असर पड़ेगा । विश्व की बड़ी बड़ी कम्पनियां दिवालिया घोषित होगी । सामाजिक और धर्मिक उन्माद का योग । न्यायालय के ऐतिहासिक फैसले होंगे । बाजार मे मामुली मंदी का योग हैं ।
प्राकृतिक प्रकोप के कारण अवांछित वर्षा ,भुकम्प ,भूस्खलन , ज्वालामुखी फटने ,ग्लेशियर पिघलने ,बर्फीले तूफान ओर आगजनी की घटनाओं से आमजन को परेशानी और शासन प्रशासन के लिए चुनोती भरा रहेगा ।
राजनीतिक हस्तियों की क्षति का योग पूरे विश्व मे अराजकता की सुनामी आएगी ।
कोरोना संक्रमण अपने विविध रूपो में फैलेगा । यह छद्म रूप से आक्रमण करेगा जिससे विश्व मे अनेकानेक चुनोतियाँ खड़ी होगी । इस पर काबू पाने के लिए निर्मित वैक्सीन की सार्थकता को लेकर विश्व के वैज्ञानिकों में निरन्तर मतभेद बना रहेगा । इसके वितरण को लेकर भी सभी देशों में खींचतान चलती रहेंगी । जिससे आम नागरिकों में असमंज बना रहेगा ।
जिनकी राशि से ढैया औऱ साढ़े सत्ती चल रही है, उनको सावधानी से कार्य करना चाहिए । उन्हें शारीरिक , मानसिक और आर्थिक नुकसान का योग बन रहा हैं ।
इन राशि वालों के लिए इस प्रकार है –
मेष – राजपक्ष से लाभ, धन प्राप्ति में रुकावट,पिता को लाभ शुभ और अशुभ दोनो फल मिलेंगे ,यात्रा योग प्रबल खर्च भी होगा ।
वृष- राजयोग प्रबल,धन लाभ,सन्तान की उन्नति, घर मे मंगलकार्य होंगे यश मिलेगा
मिथुन शनि का ढैय्या ओर लोहे का पाया है , इसलिए शारीरिक पीड़ा, कुटुम्ब में आकस्मिक दुर्घटनाओं का योग आर्थिक नुकसान होगा , यात्रा योग प्रबल ।
कर्क – यश अपयश का योग ,अनायास धन लाभ, घर मे आकस्मिक दुर्घटनाओ का योग , स्त्री पक्ष की चिंता ,खर्च अधिक
सिंह – धन लाभ,रोग शत्रुओ का जोर, मुकदमेबाजी में विजय, ससुराल पक्ष की चिंता, सन्तान की उन्नति , माता को कष्ट।
कन्या – आर्थिक उठापटक रहेगी,व्यवसाय की चिंता ,पिता को लाभ,किसी मुकदमे में हार मिलेगी,यात्रा योग ,स्वास्थ्य पीड़ा होगी ।
तुला शनि की ढैय्या व लोहे का पाया है , इसलिए मानसिक ,शारीरिक पीड़ा को योग ,धन हानि ,बेकार के विवाद से परेशानी,मांगलिक कार्यो में बाधाएं,परिवार में अशान्ति ,प्रबल कर्ज योग है।
वृश्चिक – जमीन सवारी का लाभ , स्थान परिवर्तन का योग ,मानसिक तनाव,धन लाभ,पारिवारिक समस्याएं होगी।
धन – शनि की धन शनि की साढ़ेसाती चांदी के पाए में चालू होगी सो धन प्राप्ति कठिनता से होगी,पारिवारिक समस्याओं का निदान निकलेगा ,स्वास्थ्य पीड़ा ,यात्रा में नुकसान
मकर – शनि की साढे सती सोने के पाए में चालू होगी स्वास्थ्य पीड़ा, आय के साधन बनेंगे, सन्तान की उन्नति,अनावश्यक खर्च यह समय शुभ – अशुभ दोनो फल देगा।
कुम्भ- शनि की साढ़े सती लोह के पाए में है परिवार में दुर्घनाओं का योग,खर्च अधिक,कार्य क्षेत्र में मुश्किलें होगी, घर वाहन का योग ,सन्तान की उन्नति होगी ।
मीन – धन लाभ ,जमीन का सुख मिलेगा, सन्तान पक्ष की चिंता,कार्य क्षेत्र में तकरार का योग, पत्नी पीड़ा,स्वास्थ्य पीड़ा का योग ।
पंडित गिरवर प्रसाद बिस्सा
9413481194