डूंगर काॅलेज पूर्व छात्र सम्मेलन : आज मिलें पुराने साथी, निकले आर्थिक सहयोग के सुर
बीकानेर। आज पुराने साथी लम्बे अर्से से मिलें। काॅलेज के दिनों की स्मृतियों को ताजा किया। चेहरे पर झलकती खुशी बता रही थी कि आज का आयोजन सार्थकता की ओर बढ़ रहा है। आखिर में जाते जाते आर्थिक सहयोग की घोषणाओं ने अपने गुरूकुल के प्रति समर्पण भाव भी जताया। यह दृश्य था सम्भाग के सबसे बड़े राजकीय डूंगर महाविद्यालय का और मौका था पूर्व छात्र सम्मेलन का। यहां रविवार को आयोजित इस गौरवान्वित करने वाले सम्मेलन में प्राचार्य डाॅ. जी.पी.सिंह ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजूवास के पूर्व कुलपति प्रो. ए.के.गहलोत एवं विशिष्ट अतिथि सहायक निदेशक डाॅ. राकेश हर्ष थे। अध्यक्षता पूर्व छात्र संस्था की अध्यक्ष डाॅ. कृष्णा तोमर ने की। अपने उदबोधन में प्राचार्य डाॅ. सिंह ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम आगामी यूजीसी नैक निरीक्षण में बेहद उपयोगी साबित होंगे। उन्होंने पूर्व छात्रों से महाविद्यालय के विकास में हर सम्भव सहयोग देने की अपील की।
मुख्य अतिथि डाॅ. ऐ.के.गहलोत ने अपने उद्बोधन में कहा कि एल्युमनाई समिति में पीएच.डी. शोधार्थियों सहित विभिन्न क्षेत्र में कार्य करने वाले युवाओं को आगे आना होना तभी इस प्रकार के कार्यक्रम की सार्थकता साबित होगी। प्रो. गहलोत ने काॅलेज प्रशासन से भारतीय प्रबन्धन संस्थान इन्दौर सहित कई अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाओं की एल्युमनाई की रीति नीति अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि शिक्षण विषय एवं शोध का समन्वय होने से नई शिक्षा नीति को अपनाया जा सकता है। उन्होनें कहा कि समाज में बड़े पदों पर पीठीसीन पूर्व छात्रों को महाविद्यालय से जोड़कर भी एक नया आयाम स्थापित किया जा सकता है। प्रो. गहलोत ने कहा कि वर्तमान युग में ऑनलाइन शिक्षण पद्धति के माध्यम से दूरदराज तक शिक्षा का प्रचार प्रसार किया जा सकता है।
अध्यक्ष डाॅ. कृष्णा तोमर ने अपने पिताजी की स्मृति में एक लाख रूपये एल्युमनी को देने की घोषणा करते हुए कहा कि डूंगर काॅलेज एक मात्र ऐसा राजकीय महाविद्यालय है जिसकी एल्युमनी इतना उत्कृष्ट कार्य कर रही है। उन्होनें आगन्तुकों से महाविद्यालय परिवार को हर सम्भव सहयोग देने की अपील की। इस अवसर पर डाॅ. नरेश पंवार, डाॅ. प्रेमसिंह, प्राचार्य डाॅ. जी.पी.सिंह एवं सहायक निदेशक डाॅ. राकेश हर्ष ने भी एल्युमनाई समिति को एक-एक लाख रूपये देने की घोषणा की। डाॅ. हर्ष ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम में सम्पूर्ण सदन केवल पूर्व छात्र के रूप में एकत्रित हुआ है जो कि एल्युमनी समिति के उद्देश्यों को सही साबित करता है।
संचालन करते हुए समिति सदस्य एवं प्राणीशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. राजेन्द्र पुरोहित ने महाविद्यालय के पूर्व छात्र मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायाधिपति श्री गोपाल कृष्ण व्यास, कोटा के जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री योगेन्द्र पुरोहित तथा अन्य न्यायाधीशों के सन्देश पढ़कर सुनाये।
इस अवसर पर रामनगर के सरपंच श्री विजय पाल बेनीवाल, डाॅ. संजय आचार्य, श्री यशपाल आचार्य डाॅ. बिटठल बिस्सा सहित अनेक पूर्व छात्रों ने अपने विचार प्रकट किये।
धन्यवाद प्रकट करते हुए कोषाध्यक्ष डाॅ. प्रकाश आचार्य ने एल्युमनी समिति का विगत सात वर्षों का लेखा जोखा प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर डाॅ. ए.के.यादव, लूणकरनसर प्राचार्य डाॅ. मीरा श्रीवास्तव, विधि महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. भगवानाराम विश्नोई, डाॅ. सुरेश पुरोहित, डाॅ. शिवशंकर व्यास, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष श्री रामनिवास बेनीवाल, श्री दानाराम घिंटाला, डाॅ. नीरू गुप्ता, डाॅ. नरेश पंवार, डाॅ. दीप्ति श्रीवास्तव, डाॅ. शमेन्द्र सक्सेना, डाॅ. योगेन्द्र सिंह, डाॅ. कैलाश स्वामी, डाॅ. नरेन्द्र भोजक सहित बड़ी संख्या में संकाय सदस्य एवं पूर्व छात्र उपस्थित रहे।