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महानगरों की कनेक्टिविटी के लिए विमान योग्य नाल एयरपोर्ट पर उपलब्ध नहीं है पर्याप्त भूमि, कारोबारी संगठनों ने मंत्रियों को लिखा पत्र

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– बीकानेर संभाग के औद्योगिक व व्यापारिक विकास को मिले हवाई सेवा का सहयोग

बीकानेर। बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया एवं सचिव विनोद गोयल, यात्री सेवा समिति के कार्यकारी अध्यक्ष नरेश मित्तल, बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल के सचिव वीरेंद्र किराडू, होटल उद्योग उत्थान संस्थान के अध्यक्ष सलीम सोढा व सचिव डॉ. प्रकाश ओझा ने केन्द्रीय राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, ऊर्जा एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला एवं उच्च शिक्षा राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी को हवाई सेवा विस्तार हेतु राज्य सरकार से अनुशंषा कर निशुल्क भूमि उपलब्ध करवाने को लेकर पत्र भिजवाया है। पत्र में बताया गया कि वर्तमान में पूरे संभाग में हवाई यात्रा हेतु बीकानेर में नाल एयरपोर्ट है जिसमें भी वर्तमान में दिल्ली के लिए केवल मात्र एक छोटी विमान सेवा है। वर्तमान व्यवस्थाओं को देखते हुए बीकानेर से कोलकात्ता, गुवाहटी, बेंगलूरू व मुंबई जैसे महानगरों के लिए हवाई सेवाओं की नितांत आवश्यकता महसूस की जा रही है क्योंकि बीकानेर संभाग के औद्योगिक व व्यापारिक क्षेत्र से जुड़े लोगों को अपने व्यापार के सिलसिले में मुंबई, कोलकात्ता, गुवाहटी व बेंगलुरु आना- जाना रहता है और वर्तमान में इन महानगरों की यात्रा के लिए बीकानेर संभाग के नागरिकों को जयपुर व जोधपुर जाना पड़ता है जिससे समय व धन की अनावश्यक हानि होती है।

बड़ी कंपनियों के निवेश के हैं आसार बीकानेर में गैस पाइप लाइन भी स्वीकृत हो चुकी है और बीकानेर में बड़ी कम्पनियों के भी निवेश करने के भरपूर आसार है और गजनेर औद्योगिक क्षेत्र का आवंटन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है और साथ ही बीकानेर में अनेक ऐसे नए रिसोर्ट भी बन चुके हैं जो अन्य राज्य के लोगों को शादी विवाह समारोह के लिए अपनी और आकर्षित करने का सामर्थ्य बनाए हुए है और बीकानेर में पर्यटकों हेतु भी अनेक ऐसे ऐतिहासिक स्थल है जो आकर्षण का मुख्य केंद्र है। बीकानेर में निवेश व अपने परिजनों से मिलने हेतु महानगरों से बीकानेर आने में भी इन महानगरों से कनेक्टिविटी से आसानी हो जायेगी। साथ ही बताया गया कि एयरपोर्ट के निदेशक से व्यक्तिगत चर्चा में ज्ञात हुआ कि उपरोक्त महानगरों की कनेक्टिविटी हेतु जो विमान लगाए जाते हैं उनके लिए पर्याप्त भूमि भी उपलब्ध नहीं है और इसके लिए एयरपोर्ट ऑथोरिटी द्वारा नाल एयरपोर्ट से सटती 58.18 हेक्टेयर भूमि के लिए जिला कलक्टर के माध्यम से राज्य सरकार को प्रस्ताव भी भिजवाया गया था जिसके लिए कीमतन आवंटन के आदेश जारी हो गये थे लेकिन एयरपोर्ट ऑथोरिटी द्वारा यह भूमि निशुल्क चाही गई थी और इस हेतु नया आवेदन भी एयरपोर्ट ऑथोरिटी द्वारा जिला कलक्टर को प्रस्तुत कर दिया गया है। नाल एयरपोर्ट से सटती 58.18 हेक्टेयर भूमि की प्रकृति ओरण है जिसको पूर्व में कीमतन आवंटन किया जा चुका है लेकिन एयरपोर्ट ऑथोरिटी द्वारा इसे निशुल्क चाहा गया है और इस हेतु आधारभूत सरंचनाओं हेतु ही एयरपोर्ट ऑथोरिटी निवेश कर पाएगी।

बिना धरातल के महानगरों के लिए नहीं भर सकेंगे उड़ान

जब तक नाल एयरपोर्ट के पास खाली पड़ी भूमि एयरपोर्ट को आवंटन नहीं करवाई जाती है तब तक इन महानगरों के लिए हवाई सेवा शुरू नहीं हो पाएगी और यदि शीघ्र ही भूमि उपलब्ध करवा दी जाती है तो महानगरों से एयर कनेक्टिविटी हो जाने से बीकानेर का नाम भी देश के मानचित्र में शामिल हो जाएगा और इससे पूरे सम्भाग के उद्योग, व्यापार, पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

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