बॉलीवुड को रास आ रही है बीकानेर के मयंक की डिजिटल पेंटिंग
बीकानेर। कहते हैं कि यदि मन में कुछ सीखने का जज्बा, लगन, समर्पण और पक्का इरादा हो तो उम्र कोई मायने नहीं रखती। ऐसा ही बीकानेर का एक गजब का टेलेंट रखने वाला किशोर महज 16 वर्ष की आयु में बड़े-बड़े फिल्मी सितारों और सेलिब्रेटीज की डिजिटल पेंटिंग महज ढाई घंटों में बना देता है। यह किशोर कलाकार बीकानेर का मयंक रामावत है जो अपने सधे हुए हाथों से अमिताभ बच्चन, संजय दत्त, अरशद वारसी, अदा शर्मा, तारक मेहता आदि करैक्टर के डिजिटल पेंटिंग बना चुका है। इसमें भी गर्व की बात यह है कि मयंक की बनाई हुई इन पेंटिंग्स को बॉलीवुड के कलाकारों ने अपनी सोशल मीडिया साइट फेसबुक आदि पर टैग कर रखी है। इतना ही नहीं मयंक द्वारा बनाई गई पीएम मोदी की पेंटिंग तो देशभर में वायरल हो चुकी है। मयंक की बनाई एक पेंटिंग फिल्म निर्माता राजकुमार संतोषी के घर में भी लगी हुई है।
बचपन से ही मिल गये कला के संस्कार मयंक को पेंटिंग की कला के संस्कार बचपन से ही मिल गये थे। मयंक बताता है कि उसकी इस क्षेत्र में रुचि तो शुरु से ही थी, लेकिन नाइंथ क्लास में आने पर उसकी रूचि और बढ़ गई और इसके बाद हाथ की पेंटिंग में रुचि ली। तब पापा महावीर रामावत ने डिजिटल पेंटिंग से शुरुआत करवाई। इसके बाद मयंक ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। बिना किसी संस्थान में जाए यूट्यूब आदि पर इस हुनर को सिखा। मयंक बताता है कि बाहुबली फिल्म में इस तरह की डिजिटल पेंटिंग का सर्वाधिक उपयोग हुआ है।
नहीं है इस लेवल का कोई कलाकार मयंक के पापा महावीर रामावत बताते हैं कि राजस्थान में मयंक के लेवल का कोई भी कलाकार नहीं है जो इस तरह का काम कर रहा हो। मयंक ने कोरल ड्रॉ, फोटोशॉप जैसे सॉफ्टवेयर में वरदहस्त हासिल कर रखा है जिन्हें उसने स्वयं ही कंप्यूटर पर सीखा और अब बच्चों को सिखा भी रहा है।
मयंक अब वीएफएक्स लाइन में जाना चाहता है। VFX वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा फिल्म निर्माण और वीडियो उत्पादन में लाइव एक्शन शॉट के संदर्भ में इमेजरी बनाई जाती है या उसमें हेरफेर किया जाता है। यथार्थवादी इमेजरी बनाने के लिए लाइव एक्शन फुटेज और सीजी तत्वों के एकीकरण को वीएफएक्स कहा जाता है।