राजपत्रित अवकाश के दिन पेरेन्ट्स मीटिंग के निर्णय पर पुनर्विचार करें सरकार- आचार्य
बीकानेर। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने शिक्षा मंत्री एवं शिक्षा निदेशक को ज्ञापन भेजकर कक्षा 6 से 8 के बालकों के अभिभावकों के साथ राजपत्रित अवकाश 7 फरवरी के दिन रविवार को शिक्षक अभिभावक बैठक आयोजित करने के निर्णय पर पुनर्विचार करने तथा निर्णय पर पुनर्विचार ना होने की स्थिति में क्षतिपूर्ति अवकाश देने की मांग की है।
संगठन के प्रदेश मंत्री रवि आचार्य ने बताया कि विभागीय स्तर पर निरंतर शिक्षकों के अवकाश में कटौती की जा रही है। वर्तमान में तो राजपत्रित अवकाश के दिन भी शिक्षक अभिभावक बैठक के नाम से विद्यालय खुले रखे जाकर विद्यालय में बुलाने के अव्यावहारिक निर्देशों से शिक्षकों में रोष है।
प्रदेशमंत्री ने कहा कि आपदा के नाम पर पूर्व में भी विभिन्न अवकाश पर रोक लगाई गई और वर्तमान में सामान्य अवकाश पर भी रोक लगाने के निर्देश है। ऐसी स्थिति में राजपत्रित अवकाश से शिक्षकों को वंचित रखना न्यायोचित नहीं है।
प्रदेश मंत्री आचार्य ने कहा कि राजपत्रित अवकाश के दिन अभिभावक शिक्षक बैठक आयोजित करने का कोई औचित्य भी नजर नहीं आ रहा है। नहीं ऐसी कोई विशेष परिस्थिति है जिस कारण से उक्त बैठक रविवार राजपत्रित अवकाश के दिन ही आयोजित हो केवल मात्र शिक्षकों को राजपत्रित अवकाश से वंचित रखने का मंतव्य लग रहा है।
प्रदेश मंत्री आचार्य ने कहा कि राजपत्रित अवकाश के अन्य दिनों में बैठक आयोजित नहीं करने के निर्णय पर पुनर्विचार नहीं होने की स्थिति में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की तर्ज पर राजपत्रित अवकाश के दिन को क्षतिपूर्ति अवकाश के रूप में परिवर्तित रूप में देने की मांग की है।
प्रदेश मंत्री आचार्य ने शिक्षा मंत्री शिक्षा निदेशक को ज्ञापन में अवगत करवाया है कि उक्त बैठक राजपत्रित अवकाश के 1 दिन पूर्व 6 फरवरी को आयोजित की जा सकती है जिसमें किसी को भी परेशानी नहीं हो सकती विभाग को चाहिए कि वह 7 फरवरी के स्थान पर 6 फरवरी अथवा अन्य दिवस में बैठक आयोजित करने के संशोधित निर्देश जारी करने पर विचार कर राजपत्रित अवकाश का उपभोग करने देने अथवा क्षतिपूर्ति अवकाश देने की मांग की है।