प्रदेश में खोले जाएंगे 500 आयुष हैल्थ वेलनेस सेंटर, रसायनशालाओं का किया जाएगा सुदृढ़ीकरण
– आयुष सोसायटी की गवर्निंग बॉडी की बैठक में लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णय
जयपुर। आयुर्वेद मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश में आयुर्वेद, होम्योपैथिक और यूनानी चिकित्सा पद्धति की लोकप्रियता बढ़ाने और मेडिको टूरिज्म से जोड़ने के लिए जल्द ही 500 आयुष हैल्थ वेलनेस सेंटर प्रारंभ किए जाएंगे। प्रदेश की रसायनशालाओं का भी सुदृढ़ीकरण किया जाएगा।
डॉ. शर्मा ने ऐसे कई महत्वपूर्ण निर्णय बुधवार को आयोजित राष्ट्रीय आयुष मिशन, राजस्थान आयुष सोसायटी की शासी निकाय (गवर्निंग बॉडी) की बैठक में लिए गए। शासन सचिवालय में करीब 3 वर्ष बाद आयोजित शासी निकाय की बैठक में कम्यूनिटी हैल्थ आफिसर के पदों पर राष्ट्रीय स्वाथ्य मिशन में कार्यरत आयुर्वेद के मेडिकल आफिसर्स को तत्काल लगाने, चुरू, बीकानेर, भीलवाड़ा और अजमेर में एकीकृत आयुष चिकित्सालय शीघ्र क्रियाशील करने, होम्योपैथी, आयुर्वेदिक और यूनानी औषधियों की आपूर्ति सुनिश्चित करने, औषधियों की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए पर्याप्त मॉनिटरिंग करने सहित कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।
आयुर्वेद मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सा पद्धति के सुदृढ़ीकरण और विस्तार के लिए कृत-संकल्पित है। इस बारे में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि चिकित्सा पद्धतियों से होने वाले फायदों और राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करई जा रही सुविधाओं का भी ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार किया जाएगा ताकि आमजन इनका लाभ उठा सकें।
बैठक में कृषि एवं उद्यान विभाग के प्रमुख शासन सचिव कुंजीलाल मीणा, चिकित्सा शासन सचिव सिद्धार्थ महाजन, वन एवं पर्यावरण विभाग के सचिव बी प्रवीण, आयुर्वेद विभाग के शासन सचिव सुरेश गुप्ता, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक नरेश ठकराल, वित्त विभाग की संयुक्त सचिव पूजा पार्थ, राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के निदेशक संजीव शर्मा, आयुर्वेद विभाग के उप शासन सचिव आरपी चतुर्वेदी, आयुर्वेद विभाग की निदेशक सीमा शर्मा, होम्योपैथी विभाग की निदेशक रेणु बंसल, यूनानी चिकित्सा विभाग के निदेशक फैयाज अहमद, राजस्थान स्टेट मेडिसनल प्लांट्स बोर्ड के सदस्य सचिव मनोहर पारीक सहित कई अधिकारीगण उपस्थित रहे।