ईसीबी: मानव व्यवहार की गहन परीक्षा है साक्षात्कार : डॉ. बिस्सा
– एसिंग द इंटरव्यू कार्यशाला संपन्न
बीकानेर। साक्षात्कार ज्ञान की नहीं अपितु व्यवहार और सोच की परीक्षा है जहाँ अभ्यर्थी की नेतृत्व क्षमता, कम्युनिकेशन स्किल्स, इंटरपर्सनल स्किल्स और नैतिक आचरण की गहराई का आकलन किया जाता है। ये विचार मैनेजमेंट ट्रेनर डॉ. गौरव बिस्सा ने इंजीनियरिंग कॉलेज के मेकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला “एसिंग द इंटरव्यू” में बतौर मुख्य वक्ता व्यक्त किए। डॉ. बिस्सा ने कहा कि नित्य प्रति श्रेष्ठ तैयारी करते रहना, अपने परिवेश की, सामाजिक घटनाओं की तथा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विश्लेषण कर स्वयं की राय बनाना साक्षात्कार में सफलता हेतु आवश्यक है। बिस्सा ने बताया कि ग्रुप डिस्कशन के दौरान शोधपरक या तथ्यपरक जानकारी को विनम्रता और दृढ़ता के साथ प्रस्तुत करना ज़रूरी है। डॉ. बिस्सा ने कहा कि ज्ञानोपयोगी नहीं अपितु परीक्षा उपयोगी विषयों को पढ़ने से ही इंटरव्यू और ग्रुप डिस्कशन में सफलता मिल सकती है। डॉ बिस्सा ने साक्षात्कार में सर्वाधिक पूछे जाने वाले बीस प्रश्नों के सही और गलत उत्तर समझाए और मनोवैज्ञानिक अभ्यास भी करवाया।
कॉलेज प्राचार्य डॉ. जयप्रकाश भामू ने कहा कि सरल भाषा में, न्यूनतम शब्दों में अधिकतम जानकारी देना तथा साइंटिफिक टेम्पर का विकास करना विद्यार्थियों हेतु ज़रूरी है। डॉ. भामू ने सकारात्मक बॉडी लैंग्वेज की महत्ता को भी रेखांकित किया। विभागाध्यक्ष डॉ चन्द्रशेखर राजोरिया ने मेकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि कार्यशाला में सत्तर विद्यार्थियों ने शिरकत की। जनसंपर्क अधिकारी डॉ. नवीन शर्मा ने बताया कि ईसीबी द्वारा अब तक बीस से ज़्यादा रोजगारपरक कार्यशालाओं का आयोजन करवाया जा चुका है। कार्यक्रम का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. यूनुस शेख ने किया।