सुखाड़िया विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए जयपुर में बनेगा 50 कमरों का आधुनिकतम गेस्ट हाउस
उदयपुर। नव वर्ष में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों को शीघ्र ही नई सौगात देने जा रहा है। सुखाड़िया विश्वविद्यालय ने हाल ही में अपने विद्यार्थियों के लिए जयपुर में आधुनिक सुविधाओं से युक्त गेस्ट हाउस बनाने का एक प्रस्ताव राज्य सरकार,उच्च शिक्षा विभाग, राजस्थान विश्विद्यालय व जयपुर विकास प्राधिकरण को सौंपा है।
सुविवि के कुलपति प्रो अमेरिका सिंह ने प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री भंवरसिंह भाटीसे शिष्टाचार भेंट की तथा विश्वविद्यालय में अनवरत हो रहे नवाचारों और निरंतर चल रही शोध एवं अकादमिक गतिविधियों के बारे में अवगत कराया। प्रो. सिंह ने उच्च शिक्षा मंत्री के समक्ष प्रस्ताव रख कर बताया कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों की सुविधा के लिए सीएसआर के तहत जयपुर में 50 कमरों का एक गेस्ट हाउस बनाने की मंशा रखता है। प्रस्ताव को उच्च शिक्षा मंत्री ने सराहा। विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ कुंजन आचार्य ने बताया कि कुलपति प्रोफेसर सिंह ने जयपुर में उच्च शिक्षा मंत्री भंवरसिंह भाटी से मुलाकात करके विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित की जा रही गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया एवं भविष्य की योजनाओं एवम संचालित होने वाले विभिन्न पाठ्यक्रमों की भी विस्तृत जानकारी साझा की । चर्चा के दौरान प्रो सिंह ने उच्च शिक्षा मंत्री को बताया कि जनजाति बहुल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के छात्रों को जयपुर में विभिन्न कारणों से आना पड़ता है। प्रतियोगी परीक्षाओ और शोध संबंधी कारणों से भी छात्रों को प्रायः राजधानी आना पड़ता है। विश्वविद्यालय के जनजातीय छात्र जयपुर के महंगे होटलों के किराए और गेस्ट हाउस के खर्चे वहन करने में असमर्थ रहते है इसलिए कई बार छात्रों को बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन या खुले में फुटपाथ पर भी सोना पड़ता है। इसके साथ ही विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं कर्मचारियों को भी विभिन्न कार्यों से जयपुर आना निरन्तर आना-जाना लगा रहता है इसलिए यह प्रस्तावित किया गया कि राजस्थान विश्वविद्यालय के परिसर में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय का 50 कमरों का सुसज्जित गेस्ट हाउस बनाया जाए। इस संबंध में कुलपति ने शिक्षा मंत्री के सम्मुख यह प्रस्ताव रखा और बताया कि इसके निर्माण में विश्वविद्यालय पर कोई वित्तीय भार नहीं आएगा और इसका निर्माण कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत प्राप्त अनुदान राशि से निर्मित करवाया जाएगा। इस गेस्ट हाउस का नाम ‘मेवाड़ सदन’ रखा जाएगा। मंत्री ने प्रस्ताव की सराहना की। इस संबंध कुलपति प्रो सिंह ने गेस्ट हाउस के स्थान चयन करने के लिए उच्च शिक्षा विभाग एवं जयपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से भूमि आवंटन के संबंध में विचार-विमर्श किया और प्रस्तावित कार्य योजना से अवगत कराया।
कुलपति द्वारा मानवता की मिसाल : अभिनव निर्णय
कुलपति प्रोफ़ेसर अमेरिका सिंह ने नववर्ष में संकल्प के साथ निश्चय किया कि वे इस वर्ष विद्यार्थियों के लिए नव योजनाओं का निर्माण करेंगे। जयपुर प्रवास के दौरान उन्होंने महसूस किया कि सुखाड़िया विश्वविद्यालय के असंख्य विद्यार्थी प्रतियोगिता परीक्षा व विभिन्न कार्यों से जयपुर आते रहते हैं।आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण वे महंगे होटलों में रहने और भोजन तक का भार वहन नहीं कर पाते हैं ऐसी स्थिति में उन्हें मजबूरन रात्रि में रेलवे स्टेशन पर ही सोना पड़ता है या अन्य असुविधाजनक विकल्पों को तलाशना पड़ता है,विद्यार्थियों को इस असम्मानजनक परिस्थिति से गुजरते देख एव इस घटना से व्यथित हुए कुलपति ने निर्णय लिया कि वह विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए जयपुर में गेस्ट हॉउस का निर्माण करेंगे ताकि विद्यार्थी सम्मान के साथ जयपुर आए और उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े।
सम्मानजनक शिक्षा के साथ सम्मानजनक तरीके से रहने का हक भी देंगे कुलपति
प्रोफेसर अमेरिका सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के अकादमिक और प्रशासनिक दायित्व के साथ नैतिक दायित्व भी हैं। सही मायने में राज्य के विश्विद्यालय नैतिकता और मानवीय मूल्यों में अपनी सफल भूमिका का निर्वाह करे। विश्वविद्यालय विद्यार्थियों का अभिभावक हैं ऐसे में हमें अभिभावक की भूमिका का निर्वाह करना होगा। यदि विश्वविद्यालय विद्यर्थियो की पीड़ा ना समझ सके तो ऐसी परिस्थिति में विश्वविद्यालय का अभिभावक की भूमिका पर बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह है। विद्यार्थियों की समस्याओं का समाधान हर राज्य के हर विश्वविद्यालय की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। हमारे आज के विद्यार्थी ही हमारे कल का भविष्य है ऐसे में इन्हें सहजना बहुत जरूरी है। सामाजिक दायित्व के निर्वहन में अग्रणी सुखाड़िया विश्वविद्यालय की इस योजना का उच्च शिक्षा जगत से जुड़े हितधारकों एवं विभिन्न शिक्षाविदों ने स्वागत किया है और इस इस योजना की सराहना की है।
विधायर्थियो के सम्मान को समर्पित अपने घर से दूर अपना आशियाना : मेवाड़ सदन
आज विश्विद्यालयों के लिए आवश्यकता इस बात की है कि विद्यार्थियो को एहसास हो कि विश्वविद्यालय उनकी समस्याओं के प्रति संवेदनशील है, सही मायने में विद्यार्थी केंद्रित लाभदायक योजनाओं का निर्माण ही विश्वविद्यालय की सफलता और प्रगति की परकाष्ठा है। सम्मानजनक शिक्षा प्राप्त करने के साथ हमारे विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को राज्य की राजधानी में सम्मान से सोने का भी पूरा हक है,ऐसे ही हमारे प्यारे विद्यार्थियों के लिए उनका अपना घर मेवाड़ सदन जयपुर में उनके आने पर सम्मान के साथ स्वागत करेगा। अच्छा कार्य आत्मा को संतुष्टि और व्यवस्था को आनंद और प्रगति की अनुभूति देता है।इस योजना का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है कि इस योजना का किसी पर भी वित्तीय भार नहीं आएगा कई भामाशाहो ने मुक्त हस्त से विद्यार्थियों के इस नवाचार के लिए दान के द्वार खोंले हैं। हम ऐसे महान भामाशाहो के भी हार्दिक आभारी है जिन्होंने विद्यार्थियों की अमूल्य धरोहर को सहेजने और सम्मान के साथ रहने का हक़ प्रदान करने की इस मुहिम में योगदान दिया।
-प्रो.अमेरिका सिंह कुलपति, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय *