ऐसा क्या हुआ जो समायोजित शिक्षा कर्मी कल कलक्ट्रेट के सामने होंगे एकजुट What happened that adjusted education workers will unite in front of the Collectorate tomorrow?
चूरू। अपने हकों को लेकर समायोजित शिक्षा कर्मियों ( #adjusted education workers ) ने एक बार फिर से हुंकार भरी है। राजस्थान समायोजित शिक्षाकर्मी संघ राजस्थान की ओर से कल सुबह 11 बजे धरना लगाया जाएगा। संघ के प्रदेश संयोजक अजय पंवार ने बताया कि यह धरना पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने के अदालत के आदेश को शीघ्र लागू करवाने के लिए लगाया जा रहा है। पंवार ने बताया कि सन 2011 से पूर्व की अनुदानित शिक्षण संस्थानों के समस्त कर्मचारियों को तत्कालीन अशोक गहलोत सरकार ने जुलाई 2011 से राजकीय विद्यालयों और महाविद्यालयों में पदस्थापित किया था। कुछ मूलभूत मांगो के लिए राजस्थान समायोजित शिक्षाकर्मी संघ राजस्थान ने राजस्थान समायोजित शिक्षाकर्मी वेलफेयर सोसायटी, अजमेर के नाम से रजिस्टर्ड संस्था के माध्यम से जुलाई 2012 को जोधपुर हाईकोर्ट की डबल बेंच में पुरानी पेंशन व्यवस्था, पदोन्नति और शहरी क्षेत्रों में नियुक्ति हेतु याचिका दायर की जिस पर 6 साल का कठिन समय पूरा होने पर राजस्थान हाईकोर्ट की जोधपुर खंडपीठ ने 1 फरवरी 2018 को संगठन के पक्ष में पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने हेतु निर्णय दिया। फिर
तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार ने हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में SLP याचिका दायर की जिस पर उच्चतम न्यायालय ने राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर के संगठन के पक्ष में दिए फैसले को सही ठहराया तथा 13 सितंबर 2018 को संगठन के पक्ष में राजस्थान सरकार की SLP खारिज कर दी । इस प्रकार पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने को लेकर उच्चतम न्यायालय की मुहर भी लगा दी, किंतु हमारा संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ , तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मामले को पुनः विचार विमर्श हेतु विधि विभाग के हवाले कर दिया तथा निरंकुश नौकरशाही के चलते जनवरी 2019 को उच्चतम न्यायालय के आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट जोधपुर में पुनर्विचार याचिका दायर कर दी।
आज उच्चतम न्यायालय के फैसले को आए दो साल से अधिक का समय बीतने पर भी राजस्थान सरकार द्वारा लागू नहीं करने से समायोजित शिक्षाकर्मी रोष में है। इसी क्रम में कल 28 दिसंबर 2020 को जिला कलेक्ट्रेट चूरू पर प्रातः 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया है । पंवार ने बताया कि धरने के दौरान कोरोना गाइडलाइन की पालना का भी ध्यान रखा जाएगा।