राजस्थान में वैक्सीन ट्रायल : जयपुर में लगा पहला टीका; शाम तक 70 से ज्यादा वॉलंटियर्स को लगेगा ‘को-वैक्सीन’ का डोज
जयपुर। जयपुर में भारत बायोटेक की बनाई को-वैक्सीन के थर्ड फेज के ट्रायल के दौरान वैक्सीन की डोज लगवाता वॉलंटियर। भारत बायोटेक द्वारा विकसित की गई को वैक्सीन का ट्रायल एक हजार लोगों पर होगा
राजधानी जयपुर में कोरोना की स्वदेशी वैक्सीन ‘को-वैक्सीन’ का ट्रायल आज शुरू हो गया है। भारत बायोटेक की इस वैक्सीन का परीक्षण जयपुर में विद्याधर नगर स्थित महाराज अग्रसेन हॉस्पिटल में किया गया। शाम तक 70 वॉलंटियर्स को वैक्सीन की 0.5 एमएल की डोज दी जाएगी। शाम तक संख्या 100 तक जा सकती है। क्लीनिकल ट्रायल के प्रिसिंपल इंवेस्टीगेटर (PI) डॉ. मनीष जैन ने बताया कि कंपनी ने 1000 लोगों पर ट्रायल करने के लिए कहा है। इसलिए, अभी और वाॅलंटियर्स को दवा दी जाएगी।
आपको बता दें कि हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक ने नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के साथ मिलकर को-वैक्सीन तैयार की है। इस वैक्सीन के दो फेज के ट्रायल हो चुके हैं। इसमें पहले फेज के परिणाम ICMR ने कुछ दिन पहले जारी किए है, जो काफी सकारात्मक रहे हैं। यह तीसरे फेज का ट्रायल है।
दो ट्रायल हो चुके, इसलिए लोगों में डर कम
ट्रायल के PI डॉ. मनीष ने बताया कि ट्रायल को लेकर लोगों में भय अब कम हो गया है। क्योंकि, फेज फर्स्ट और फेज सेकंड के ट्रायल हो चुके हैं। उसके रिजल्ट भी काफी अच्छे हैं। इसलिए लोगों में अब वैक्सीनेशन को लेकर डर कम हुआ है। उन्होंने बताया कि किसी भी वैक्सीन का जब पहले फेज का ट्रायल होता है, तब वॉलंटियर्स को कन्वेंस करने में काफी वक्त लगता है।
28 दिन बाद दी जाएगी दूसरी डोज, तब तक रहेगी नजर
डॉ. जैन ने बताया कि जिन वॉलंटियर्स को डोज दी जा रही हैं, उनकी लगातार टेलीफोन पर मॉनिटरिंग की जाएगी। हालांकि वॉलंटियर्स को पहले बता दिया है कि हल्का बुखार आना या टीके वाली जगह दर्द की थोड़ी शिकायत रह सकती है। लेकिन फिर भी कोई दिक्कत होगी, तो उसके लिए हमारी टीम तैयार है। इस डोज के बाद 28 दिन बाद दूसरी डोज दी जाएगी।
कैडिला कंपनी का भी हुआ था ट्रायल
इससे पहले जयपुर में जायडस कैडिला कंपनी की बनाई ZyCov-D नाम की वैक्सीन का ट्रायल हुआ था। कंपनी का ये ट्रायल दूसरे फेज का था, जिसके परिणाम अभी आने हैं।