कोरोनाकाल में शिक्षकों को भारी पड़ सकते हैं छात्रों के घर जाकर गृह कार्य जांचने के निर्देश
– स्माइल-2 कार्यक्रम क्रियान्वयन के चरण-
बीकानेर। शिक्षा विभाग द्वारा जारी स्माइल-2 कार्यक्रम के तहत शिक्षकों को कोरोना गाइडलाइन की पालना करते हुए विद्यार्थियों के घर जाकर गृह कार्य जांचना होगा। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने स्माइल-2 के इस चरण का विरोध जताया है। विभाग का यह निर्देश न केवल शिक्षक और विद्यार्थी बल्कि उनके परिजनों के लिए बेहद घातक हो सकता है।
यह है निर्दश
- सर्वप्रथम कक्षावार व्हाट्स एप समूहों का निर्माण करना है। ग्रुप एडमिन कक्षाध्यापक रहेंगे। संस्थाप्रधान/पीईईओ सभी समूहों में रहेंगे तथा स्माइल कंटेंट व गृहकार्य सामग्री ग्रुप में उपलब्ध करवाएंगे।
- स्माइल शिक्षण सामग्री के साथ ही सप्ताह में 1 दिन (सोमवार) कक्षा 1 से 5 के लिए गृह कार्य का लिंक प्राप्त होगा। इसी प्रकार सप्ताह में 2 दिन (सोमवार व बुधवार) कक्षा 6 से 8 के लिए गृह कार्य का लिंक प्राप्त होगा।
- व्हाट्स एप समूहों से जुड़े हुए बच्चे लिंक को क्लिक कर गृहकार्य देखेंगे और अपनी नोटबुक में स्वयं का नाम, कक्षा, विषय, दिनांक लिखते हुए गृहकार्य को करेंगे। गृहकार्य करने के पश्चात उसकी फोटो ग्रुप में पोस्ट कर देंगे।
- शिक्षक छात्र के किए हुए गृहकार्य की फोटो का प्रिंट आउट निकाल कर उसका जाँच कार्य करेंगे। तत्पश्चात उसे उसके पोर्टफोलियो फाइल में संरक्षित कर देंगे। साथ ही एक रजिस्टर में छात्र का नाम, दिनांक, गृहकार्य किया अथवा नहीं, आदि सूचना संधारित कर लेंगे।
- जो बच्चे व्हाट्स एप समूहों से जुड़े हुए नहीं हैं अथवा उससे गृहकार्य कर पाने में समर्थ नहीं हैं उन्हें शिक्षक कोविड-19 के गाइड लाइन की पालना करते हुए स्वयं घर घर जाकर बच्चों या अभिभावकों को गृहकार्य का प्रिंट आउट उपलब्ध करवाएंगे।
- दूसरी बार जब शिक्षक बच्चे के घर जाएँगे तो पहली बार दिया हुआ गृहकार्य छात्रों से एकत्रित कर स्कूल ले आएँगे। तत्पश्चात उसकी जाँच कर उसे पोर्टफोलियो फाइल में संधारित कर लेंगे।
- सभी कक्षाध्यापक दो सप्ताह में एक बार पोर्टफोलियो फाइलों की जाँच कर समीक्षा करेंगे कि कक्षा में नामांकित बच्चे कितने हैं और कितने बच्चों का गृहकार्य पोर्टफोलियो फाइल में संधारित है। ये रिपोर्ट कक्षाध्यापक संस्थाप्रधान को देंगे और संस्थाप्रधान पीईईओ कार्यालय को देंगे।
- शिक्षक व्हाट्स एप समूहों से जुड़े हुए छात्रों को का मार्गदर्शन करेंगे कि किस प्रकार लिंक खोलकर गृहकार्य करना है।
- संस्थाप्रधान द्वारा नामित शिक्षक गृहकार्य छात्रों तक पहुँचाने और पूर्व में किया गया गृहकार्य वापस स्कूल में लाने के लिए दोपहर 2 बजे पश्चात जा सकेंगे। शाम 4 बजे तक कार्य पूर्ण कर पुनः विद्यालय पहुँचेंगे।
- कक्षाध्यापक के अवकाश या अन्यंत्र ड्यूटी पर होने पर संस्थाप्रधान किसी अन्य अध्यापक को इस कार्य हेतु दायित्वबद्ध करेंगे।
- संस्थाप्रधान समय समय पर अभिभावकों की आॅनलाईन या आॅफलाइन बैठक लेकर छात्रों की प्रगति से उन्हें अवगत करवाएंगे।
- कक्षा 9 से 12 के छात्र स्वेच्छा से अपनी समस्याओं का निराकरण करने के लिए कोविड-19 की गाइडलाइंस की पालना सुनिश्चित करते हुए अभिभावकों का लिखित सहमति पत्र लेकर विद्यालय आ सकेंगे।
इनका कहना है-
विभाग द्वारा स्माइल -2 कार्यक्रम के तहत विभाग द्वारा जारी निर्देश सिद्धांत रूप से विद्यार्थी एवं शिक्षकों के हित में है किंतु व्यवहारिक रूप से यह आज की परिस्थितियों में संभव होना अत्यंत मुश्किल है। कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप में शिक्षकों एवं अभिभावकों का आवागमन बढ़ना खतरनाक रूप ले सकता है। संगठन राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय शिक्षकों की सेहत और उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित है। शिक्षकों द्वारा घर-घर जाकर गृह कार्य का संचालन करने के निर्देशों का संगठन कड़ा विरोध करता है। इस परिस्थिति में ऐसा किया जाना सरकार की जन विरोधी एवं कर्मचारी विरोधी मानसिकता का परिचायक है। साथ ही ऑनलाइन कंटेंट की पहुंच अभिभावकों व छात्रों तक आसान बनाने के लिए सरकार से आग्रह करता है। – रवि आचार्य, अध्यक्ष, राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय