कर्मचारियों ने किया सद्बुद्धि यज्ञ, अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ का विरोध प्रदर्शन
बीकानेर। अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के प्रदेश व्यापी आहवान पर बुधवार को माह मार्च का 16 दिन का स्थगित वेतन जारी करने, समर्पित अवकाश पर लगी रोक हटाने, मँहगाई भŸो का भुगतान करने, अस्थाई/संविदा कर्मचारियों को नियमित करने, दीपावली पर एकमुश्त बोनस का भुगताने करने, कर्मचारियों के वेतन से वसूली स्थगित करने, सांमत कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने, कर्मचारियों के सामूहिक अवकाश के अधिकार को बहाल करने, वंचित समस्त कर्मचारियों को सातवां वेतनमान देने, आदि मांगों को लेकर जिलाध्यक्ष पृथ्वीराज लेघा के नेतृत्व में जिला कलेक्ट्रेट के सामने कर्मचारी मैदान में राज्य सरकार के लिए सद्बुद्धि यज्ञ किया गया। महासंघ के जिलाध्यक्ष पृथ्वीराज लेघा ने बताया कि वर्तमान सरकार ने डेढ वर्ष पूर्ण होने के उपरान्त भी अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ से कर्मचारियों के लम्बित विषयों पर संवाद कायम नहीं किया है जिससे राज्य के कर्मचारियों में शेष व्याप्त है। राज्य सरकार कर्मचारियों से पूर्व में हुए समझौतों को लेकर कतई गंभीर नहीं है तथा महासंघ का 15 सूत्री मांग पत्र सरकार के सम्मुख निराकरण हेतु लम्बित है। राज्य सरकार द्वारा द्विपक्षीय वार्ता के अभाव में इकतरफा कार्यवाही करने से ज्वलंत समस्याएं उत्पन्न हुई है जिनका निराकरण बहुत आवश्यक है। सद्बुद्धि यज्ञ के पश्चात महासंघ से जुड़े घटक संगठनों के कर्मचारियों नेताओं ने राज्य सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों को लेकर जिला कलेक्ट्रेट पर जोरदार विरोध प्रदर्शन करते हुए जिला कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को माँंग पत्र भिजवाया गया। आज के कार्यक्रम में पृथ्वीराज लेघा, जयकिशन पारीक, मोहम्मद इलियास जोईया, मकबूल अहमद, रामनिवास रोकणा, रसपाल सिंह मोटा, संजय पुरोहित, हेमेन्द्र बाना, मोहनलाल नैण, , श्याम सुन्दर बिश्नोई, विक्रम प्रजापत, धीरज पारीक, निजामुदीन,गोविन्द भार्गव, सुभाष आचार्य, मनीष विधानी,कुशाल सिंह, जगदीश प्रसाद स्वामी, दौलत राम पड़िहार, आशु सिंह, बाबूलाल, संतोष गिरी, नवाब किशोर, हरिश कुमार वाधवानी, रेवन्त सिंह भाटी, आदि कर्मचारी नेता शामिल हुए।