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रेक्टा के प्रयास लाये रंग, वेतन समस्या का हुआ समाधान, ईसीबी में धरना समाप्त, कर्मचारियों ने गुलाल लगा मनाई ख़ुशीयां

-राज्य सरकार ने माँगें मानी, महाविद्यालय के मुख्य द्वार का ताला खोला

बीकानेर। सात माह से वेतन को तरस रहे अभियांत्रिकी महाविद्यालय बीकानेर के कर्मचारियों को 11 दिनों के सतत धरने का फल मिला। राजस्थान सरकार ने 17.5 करोड़ रूपए वेतन स्वीकृत किए। तकनीकी शिक्षा विभाग की और से शासन सचिव सूचि शर्मा ने वेतन स्वीकृति आदेश जारी करते हुए धरने पर बैठे कार्मिकों को वर्चुअल संबोधित करते हुए धरना समाप्त करवाया।धरना समाप्ति पर प्राचार्य डॉ जय प्रकाश भामू ने मुख्य द्वार पर ताला खोला।

रेक्टा सचिव राजेंद्र सिंह ने बताया कि महविद्यालय कर्मचारियों को अब शीघ्र वेतन मिलेगा. उन्होंने कहा कि अनशन पर बैठे कर्मचारियों को जूस पिला कर धरना समाप्त किया गया। साथ ही इस समस्या का पुनरावतरण न हो इसके लिए तकनीकी शिक्षा को स्थायी समाधान करने के लिए आग्रह किया गया है।

रेक्टा अध्यक्ष डॉ. शौकत अली ने बताया कि पिछले 7 महीनों से कर्मचारी वेतन को तरस रहे थे। शिक्षक संघ रेक्टा के तत्वावधान में चले इस 11 दिवसीय धरने का परिणाम है कि सरकार द्वारा मांगे मानी गयी है। भविष्य में भी शिक्षक संघ रेक्टा कर्मचारियों व विद्यार्थियों के हित में कार्य करता रहेगा। सरकार द्वारा मांगे मानने के साथ ही महाविद्यालय में जश्न का माहौल हो गया सभी शिक्षक एवं कर्मचारियों आपस में गले लगे एवं गुलाल लगाकर सरकार के निर्णय का स्वागत किया। डॉ शौकत ने इस आंदोलन के दौरान प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग करने वाले मख्यमंत्री, सभी मंत्रिगण सभी जनप्रतिनिधि, जिला प्रशासन, महाविद्यालय प्रशासन व इस आन्दोलन के नायक रहे समस्त शैक्षणिक व अशैक्षणिक कर्मचारीगण का ह्रदय से आभार व्यक्त किया। फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी की कमान संभाले महाविद्यालय के उदय व्यास ने समस्त मीडिया कर्मियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

इन्होंने ये कहा

रेक्टा के प्रयास लाये रंग, वेतन समस्या का निवारण हो गया, भविष्य में भी शिक्षक संघ रेक्टा कर्मचारियों व विद्यार्थियों के हित में कार्य करता रहेगा— डॉ. शौकत अली, अध्यक्ष रेक्टा

सरकार ने संज्ञान ले वेतन समस्या का निवारण किया है, विद्यार्थियों के हित में अतिरिक्त कक्षाओं का आयोजन किया जाएगाडॉ. जयप्रकाश भामू, प्राचार्य, ईसीबी

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