देश के उद्योग हमारी शान हमारी पहचान : प्रो. एच.डी. चारण
– बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय एवं भारद्वाज फाउण्डेशन का संयुक्त आयोजन
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– राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 विषय पर राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन संपन्न
बीकानेर 26 अक्टूबर। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय एवं भारद्वाज फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 एकेडमीया-इण्डस्ट्रीज इन्टरफेस विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान के.एल.जैन, जनरल सेक्रेटरी, राजस्थान चेम्बर ऑफ़ कॉमर्स एण्ड इन्डस्ट्री ने सभी को स्वागत करते हुए बताया कि उद्योग व शिक्षा जगत को जुड़कर कार्य करना होगा एवं विद्यार्थी उद्योग जगत की आवश्यकताओं को जाने व शिक्षा द्वारा उन आवश्यकताओं के समाधान पर कार्य करें। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति माननीय प्रो. एच.डी.चारण ने बताया कि देश के विकास के लिए गाँव का विकास होना जरूरी है। उद्योग जगत से जुड़कर सुक्ष्म व लघु उद्यागों को बढ़ावा देकर आत्मनिर्भर भारत का स्वप्न साकार किया जा सकता है। नई शिक्षा नीति में भी सोशल लीडरशिप, ग्रामीण उद्यमिता व मानवीय मूल्यों को शिक्षा का आधार बनाकर शिक्षा को सही दिशा देने की बात की गई। प्रतिभागियों की जिज्ञासाओं को शांत करते हुए प्रो. चारण ने बताया की थ्योरी एवं प्रेक्टीकल ज्ञान का सही संतुलन अनिवार्य है। अतः प्रेक्टिकल ओरीएन्टेड व कौशल आधारीत शिक्षा अनिवार्य है। मानवीय मूल्यों की उच्च शिक्षा में महत्ता पर प्रकाश डालते हुए उन्होनें बताया स्वंय को,समाज को व प्रकृति को समझ कर शिक्षा को सही दिशा दी जा सकती है। कार्यक्रम के समन्वयक पी.एम. भारद्वाज, संस्थापक अध्यक्ष, भारद्वाज फाउण्डेशन ने बताया की कार्यक्रम में देश विदेश से उद्योग जगत के विद्वानों ने भागीदारिता निभाई। डॉ. ममता शर्मा पारीक ने कार्यक्रम का प्रारम्भ किया एवं सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों को स्वागत किया। कार्यक्रम में बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के डॉ. यदुनाथ सिंह निदेशक अकादमिक एवं डॉ. एस.के.बंसल, डीन एफ.ओ.ई.ए भी उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त डीसीएम कोटा, चम्बल फर्टिलाइजर्स, अडानी पावर,जेनस ओवरसीस एनबीसी,केईआई,कोटा ज्ञान द्वार, आईएसटीडी, डाटा इन्फोसिस, राजस्थान इलेक्ट्रोनिक्स लि, हिन्दुस्तान साल्ट्स एवं सांभर साल्ट्स, हेवी वाटर प्लान्ट एवं आर.ए.पी.पी. आदि इण्डस्ट्रीज से भी विशेषज्ञों ने भाग लिया। शिक्षा और उद्योग जगत से जुड़े मुद्दों पर विचार विमर्श किया कि किस प्रकार इन दोनों में समन्वय स्थापित कर कर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा जगत में एक नया आयाम स्थापित किया जा सकता है। इस वेबीनार में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा जगत से जुड़े हितधारकों, विभिन्न महाविद्यालयों के प्रतिनिधिगण, विश्वविद्यालय के विभिन्न संकाय के प्राध्यापकों, सहित उद्योग जगत की हस्तियों ने भाग लिया एवं उच्च एवं तकनीकी शिक्षा किस प्रकार देश के औधोगिक विकास में अपनी सार्थक भूमिका निभा सकती है विषय पर मंथन किया गया ।