यूपीएचसी और सैंपल कलेक्शन सेंटर में कोरोना जांच बंद होने की खबर निराधार, 12 अक्टूबर को लिए गए सर्वाधिक सैंपल
– हाई रिस्क वाले लोगों की प्राथमिकता से सेम्पलिंग, संसाधनों की कमी नहीं- मेहता
बीकानेर , 13 अक्टूबर। कोरोनावायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग द्वारा अधिकाधिक और हाई रिस्क लोगोंं की प्राथमिकता से सेम्पलिंग सहित सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
जिला कलेक्टर नमित मेहता ने कहा कि संसाधनों की कोई कमी नहीं है। मेहता ने बताया कि अब तक जिले में लगभग दो लाख सैंपल लिए जा चुके हैं। 12 अक्टूबर सोमवार को सर्वाधिक 2 हजार 664 सैंपल की जांच की गई।
मेहता ने बताया कि प्रदेश में बीकानेर जिला जांच के मामले में चौथे स्थान पर है। सभी की जांच की जा रही है। स्थिति की प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है। साथ ही जागरूकता अभियान के जरिए भी लोगों को कोरोना से बचाव के प्रति सचेत किया जा रहा है।
जांच बंद होने की खबर निराधार
सीएमएचओ डॉ बीएल मीना ने कहा कि शहर की घनी आबादी वाले क्षेत्रों में स्थित डिस्पेंसरी और सैंपल कलेक्शन सैंटर में जांच बंद होने की खबर निराधार व गलत है। सभी की जांच की जा रही है। नई एस ओ पी के मुताबिक अब डॉक्टर की लिखित सलाह पर ही कोरोना सैंपल लिया जा रहा है।
मीना ने बताया कि सभी यूपीएससी और सैंपल कलेक्शन सेंटर पर जांच पहले की भांति ही जारी है। इस संबंध में जारी नई एसओपी के अनुसार डॉक्टर से जांच की सलाह के लिखने के उपरांत ही सैंपल लिए जा रहे हैं ताकि हाई रिस्क वाले मरीजों की प्राथमिकता से सैंपल लेकर जांच कर समय पर इलाज किया जा सके। डॉ मीना ने बताया कि हाई रिस्क वाले रोगियों को समय पर इलाज मिलने से इस माह 11 मरीजों की मृत्यु हुई है जबकि गत माह 65 कोरोना पॉजिटिव की जान गई थी।
ग्रामीण क्षेत्र में भी अधिक से अधिक लोगों की सैंपलिंग के लिए निर्देश हैं। डॉ मीना ने बताया कि जांच में प्राथमिकता हाई रिस्क व फर्स्ट कांटेक्ट पर आने वाले लोगों को दी जा रही है।