ईसीबी के दो प्रोफेसर द्वारा निर्मित फायर फाइटिंग ड्रोन व टिड्डी शमन यंत्र का हुआ सफल परीक्षण
बीकानेर। अभियांत्रिकी महाविद्यालय बीकानेर (ईसीबी) के मैकेनिकल विभाग को वर्ल्ड बैंक के टेक्वीप -3 कार्यक्रम के अंतर्गत आई.ओ.टी. के क्षेत्र में NPIU द्वारा आवंटित प्रोजेक्ट “एक्टुएटर डिज़ाइन एंड आई ओ टी बेस्ड फायर फाइटिंग ड्रोन”, का डिज़ाइन एवं उसका सफलता पूर्वक परिक्षण किया गया। यह राजस्थान में ड्रोन आधारित अपनी तरह का नवीनतम रिसर्च प्रोजेक्ट है जो की ईसीबी में शोध के नए आयाम स्थापित करेगा। इस ड्रोन की ख़ासियत है की यह 10 किलो वजन की फायर फाइटिंग बॉल्स को 20 मिनट तक आकाश में रहकर , 20 से 25 वर्ग मीटर में फैली आग को तुरंत बुझा सकता है। इसके डिज़ाइन व असेंबली इन्वेस्टिगेटर महाविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर मेघा श्याम राजू व डॉ. धर्मेंद्र सिंह ने किया है जिससे इसकी लागत मार्केट में उपलब्ध कमर्शियल ड्रोन से एक तिहाई ही रह गई ।
उन्होंने बताया कि यह ड्रोन 5 किलोमीटर की रेंज में किसी भी जीपीएस लोकेशन पर अपने आप पहुंच सकता है। इसमें मौजूद थर्मल कैमरा से तापमान की वास्तविक स्थिति व आई ओ टी डिवाइस से मौसम की जानकारी भी मिलती है। इसमें स्पीकर लगाकर स्थानीय लोगों तक सन्देश व निर्देश भी दिए जा सकते है। यह अग्नि शमन दल के पहुंचने से पहले ही लोगो की मदद कर सकता है।
यह ड्रोन टिड्डी दल के हमले के दौरान 2 एकड़ क्षेत्रफल में कीटनाशक छिड़कने में भी सक्षम है जो की किसानो व सरकार को बहुत बड़ी राहत प्रदान करेगा। इसके माध्यम से कोरोना काल में भीड़-भाड़ वाली जगहों में मनुष्य के शारीरिक तापमान से सम्बन्धित जानकारी भी उपलब्ध हो सकती है, जिससे इसके फैलाव को रोकने में मदद मिलेगी। यह लडार सेंसर व इमेज प्रोसेसिंग तकनीक से सुसज्जित है जो की किसी भी क्षेत्र की मैपिंग कर सकेगा। इस प्रोजेक्ट से ई सी बी के छात्रों को ट्रेनिंग दिलवाकर उनके लिए प्लेसमेंट के नए अवसर मुहैया करवाए जाएंगे। साथ ही सरकारी व प्राइवेट सेक्टर में कंसल्टेंसी प्रोजेक्ट्स शुरु किये जा सकेंगे।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ भामू ने विभागाध्यक्ष व समस्त टीम को शुभकामनाएं देते हुए बताया कि महाविद्यालय बीकानेर संभाग की समस्याओं को विद्यार्थियों के शोध द्वारा दूर करने के लिए सदैव प्रयासरत है व इसी क्रम में कई नवाचार किये जा रहे है। विभागाध्यक्ष डॉ. चंद्र शेखर रजोरिया ने आगे भी इस प्रकार के प्रोजेक्ट्स व अन्य समाजोपयोगी कार्यों के लिए ईसीबी की तरफ से संपूर्ण योगदान देने का प्रण किया।
टेक्वीप कोऑर्डिनेटर डॉ जाखड़ व विभाग की समस्त फैकल्टीज ने समस्त मैकेनिकल विभाग को इस उपलब्धि के लिए सराहना की। इस दौरान डॉ मनोज कुड़ी, डॉ नवीन शर्मा व डॉ राजेंद्र सिंह शेखावत आदि उपस्थित रहे।