गलत व दमनकारी नीति के खिलाफ बीकेसीईएल कार्यालय पर सांकेतिक प्रदर्शन, सीओ भट्टाचार्य के निवास पर घेराव कर सौंपा ज्ञापन
बीकानेर 2 अक्टूबर 2020। बीकानेर जनसंघर्ष समिति ने बीकेसीईएल कम्पनी की गलत नीतियों की वजह से बीकानेर की जनता पीड़ित है। अतः 11 सूत्रीय मांग पत्र को लेकर आज गांधी जयंती के अवसर पर शांतिपूर्ण तरीके से पवनपुरी स्थित कम्पनी कार्यलय पर सांकेतिक प्रदर्शन कर मुख्य कार्यकारी अधिकारी शान्तनु भट्टाचार्य के निवास स्थान पर घेराव किया व ज्ञापन सौंप कर आमजन की परेशानियों से अवगत करवाया।
समिति सरंक्षक रामकुमार व्यास ने बताया कि आज गांधी जयंती के अवसर पर शांतिपूर्ण तरीके से 11 सूत्रीय मांगपत्र पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी का घेराव कर ज्ञापन सौंपा। इस दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने मांग पत्र को स्वीकार करते हुए 7 अक्टूबर बुधवार को सुबह 11 बजे वार्ता के लिए बुलाया गया है । वार्ता के दौरान 11 सूत्रीय मांग पत्र सहमति बने अन्यथा निश्चित रूप से आगामी दिनों में आंदोलन अपनी गति पकड़ेगा।
समिति के भँवर पुरोहित ने कहा कि प्रथम मुद्दा वर्तमान में निजी कम्पनी बीकेसीईएल की दमनकारी नीति से जनाक्रोश को ध्यान में रखते हुए सक्रिय कार्यकर्ताओं के साथ योजनाबद्व तरीके से निजी कम्पनी की गलत नीतियों के खिलाफ मुखर विरोध कर एमओयू में सम्बंधित बिंदुओं में जनता को राहत कैसे मिलें इस सम्बंध में विस्तृत योजना बनाकर आगामी रणनीति तय की गई। मुख्य कार्यकारी अधिकारी की वार्ता में जनता के हितों पर सहमति नही बनती है तो आंदोलन अपनी दिशा में आगे बढ़ेगा। निजी कम्पनियों की गलत नीतियों के विरुद्ध सामाजिक कार्यकर्ता ,राजनैतिक कार्यकर्ता, कर्मचारी संगठन व स्वयंसेवी संगठन व अन्य सक्रिय कार्यकर्ता दलगत राजनीति से ऊपर उठकर लामबद्ध होकर योजनाबद्ध तरीके संघर्ष हेतु सभी का सहयोग लिया जाएगा।
कर्मचारी नेता कैलाश आचार्य व सामाजिक कार्यकर्ता दुर्गाशंकर आचार्य ने बताया कि आंदोलन के प्रथम चरण में कम्पनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को ज्ञापन दिया गया। बुधवार को वार्ता के बाद कम्पनी अधिकारियों की मंशा जानने के तत्पश्चात जनजागरण हेतु वार्डवाइज अभियान सहित प्रशासनिक अधिकारियों जनप्रतिनिधियों व सरकार तक जनता की पीड़ा को बताकर परिणाम तक संघर्ष जारी रहेगा।
छात्रनेता दिनेश ओझा के अनुसार बीकानेर जनसंघर्ष समिति के 11 सूत्रीय मांग इसप्रकार है 1.बीकेसीएल निजी कम्पनी द्वारा संचालित मीटर लैब बंद की जावें,2.विजिलेंस व विजिलेंस कार्यलय बंद करे,3.विधुत उपभोक्ताओं का जायज इन्सेंटिव प्रदान करें, 4.काटे गए विधुत कनेक्शन निशुल्क जोड़े,5.बारम्बार दरों में बढ़ोतरी बंद की जावे,6.स्थाई सेवा शुल्क व फ़्यूल सरचार्ज राशि बंद करें,7.खराब मीटरों की आड़ में सही मीटर बदलना बंद करें, 8.स्थानीय बेरोजगारो को काम के अवसर प्रदान करें, 9.मुरलीधर व्यास नगर का सहायक अभियंता कार्यलय पुनः चालू किया जाएं, 10.घरेलू कनेक्शन को अघरेलू श्रेणी में परिवर्तित करना बंद करें, 11. उपभोक्ताओ के परिसरों में स्टैटिकल मीटर स्थापित करें इन उपरोक्त बिंदुओ को लेकर आंदोलन जारी रहेगा ।
वन्देमातरम संयोजक विजय कोचर ने कहा कि इस निजी कम्पनी से व्यापारियों को भी नुकसान है। समिति के उपरोक्त 11 बिंदु तर्क व न्यायसंगत है। इस महत्वपूर्ण आंदोलन में व्यापारियों की सहभागिता भी सुनिश्चित करेंगे।
सांकेतिक प्रदर्शन कर घेराव करने वालों में अनिल आचार्य मुकेश सारस्वत (मुक़सा) मालचंद सुथार केलाश भार्गव सोहनसिंह राजपुरोहित सुभाष पुरोहित,विक्रम कुमावत,छात्रनेता अरुण कल्ला हेमन्त शर्मा भेरूरत्न सारस्वत,मजदूर नेता शबनम बानो नवीन आचार्य,कर्मचारी नेतारमेश उपाध्याय,अशोक जोशी,राजनेतिक कार्यकर्ता राजकुमार जोशी,पार्षदपति दुर्गाशंकर व्यास वशिष्ठ सहित प्रमुख सक्रिय कार्यकर्ता शामिल थे।