हमारे पास दक्षता और क्षमता की कमी नहीं है : डॉ पी सी पंचारिया
– 68वें स्थापना दिवस पर किया सेवा एवं प्रौद्योगिकी पुरस्कारों का वितरण


पिलानी, 23 सितंबर। सीएसआईआर-सीरी के 68वें स्थापना दिवस के अवसर पर सहकर्मियों को संबोधित करते हुए संस्थान के निदेशक डॉ पी सी पंचारिया ने कहा कि हमारा देश बदलावों के दौर से गुजर रहा है। ऐसे में हम सभी का दायित्व और बढ़ जाता है और हमें अपना यह दायित्व भली-भॉंति निभाना होगा। उन्होंने कहा कि सीरी ने देश व समाज को अपने अनुसंधानों एवं अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से बहुत कुछ दिया है परंतु अभी भी बहुत कुछ किया जाना है। कोविड नामक महामारी ने वैश्विक परिदृश्य बदल दिया है। उन्होंने कहा कि हमारे पास कुशल जनशक्ति है और उत्कृष्ट शोध सुविधाएँ हैं और असीम क्षमता है। उन्होंने अपने साथियों को विश्वास दिलाया कि आने वाले समय में बहुत कुछ बदलने वाला है, बेहतर होने वाला है। डॉ पंचारिया ने ये विचार स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित सेवा सम्मान और प्रौद्योगिकी उत्कृष्टता पुरस्कारों के वितरण के समय व्यक्त किए। डॉ पंचारिया ने सभी विजेताओं को बधाई देते हुए सभी सहकर्मियों से अपने दायित्वों को सजग और समर्पित भाव से निर्वहन करने का आह्वान किया। ज्ञातव्य है कि ऑनलाइन आयोजित किए गए स्थापना दिवस समारोह में भारत का प्रथम सुपर कंप्यूटर “परम” बनाने वाले पद्म भूषण डॉ विजय पी भटकर, कुलाधिपति, नालंदा विश्वुविद्यालय इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे। सीएसआईआर के महानिदेशक डॉ शेखर सी मांडे ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की तथा अपना अध्यक्षीय उद्बोधन दिया। रियर एडमिरल आर स्वामीनाथन, एडमिरल सुपरिंटेन्डेन्ट नेवल डॉकयार्ड; प्रोफेसर आर ए गुप्ता, कुलपति, राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा तथा डॉ ए के जैन, पूर्व प्रबंध निदेशक, राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रु्मेन्ट्स लिमिटेड (आर ई आई एल), जयपुर इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि थे।
सेवा सम्मान एवं प्रौद्योगिकी उत्कृष्टता पुरस्कार
संस्थान के निदेशक डॉ पी सी पंचारिया ने संस्थान में 10, 20, 25 तथा 30 वर्ष की सेवा पूरी करने वाले 21 सहकर्मियों को सेवा पुरस्कारों से सम्मानित किया। इसके अतिरिक्त डॉ पंचारिया द्वारा प्रौद्योगिकी, अनुसंधान उत्कृृष्टता एवं नवाचार पुरस्कार के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया। स्थापना दिवस पर प्रौद्योगिकी उत्कृ्ष्टता पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिए जाते हैं। विजेताओं का विवरण इस प्रकार है :
प्रौद्योगिकी विकास एवं डिलिवरी में उत्कृष्टता
यह पुरस्कार डेवलपमेन्ट ऑफ थर्मिओनिक एमिटर फॉर हाई थ्रस्ट इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम नामक परियोजना के लिए डॉ रंजन बारिक, डॉ सुशील शुक्ला, आशीष सिंह, डॉ आर के शर्मा और विक्रम रावत की टीम को दिया गया।
शोध उत्कृष्टता
यह पुरस्कार सुगठित, हल्के और उच्च दक्षता वाले आर एफ मेम्स स्विचों के विकास हेतु डॉ दीपक बंसल, डॉ मनिन्दर कौर और अमित कुमार की टीम को प्रदान किया गया।
सेवाओं एवं प्रोसेस इनोवेशन में उत्कृष्टता
यह पुरस्कार आर ओ प्लांट के ऑटोमेशन तथा तत्संबंधी सेवाओं के लिए डॉ शशिकांत सदिस्तप, पंकज कुमार, रमेश कुमार, एस के मित्तल और अशोक नायक की टीम को प्रदान किया गया। अंत में संस्थान के मुख्य वैज्ञानिक डॉ पी के खन्ना ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सभी विजेताओं को बधाई दी और आयोजन की सफलता के लिए प्रत्यक्ष तथा परोक्ष रूप से सहयोग करने वाले सभी सहकर्मियों को धन्यवाद दिया । इससे पूर्व कार्यक्रम का संचालन करते हुए रमेश बौरा, हिंदी एवं जनसंपर्क अधिकारी ने विजेताओं के नामों की घोषणा की ।