“एक व्यक्ति एक पुस्तक दान” अभियान में आगे आए भामाशाह, आप भी हो शामिल
राजस्थान के उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने 37 नवस्थापित महाविद्यालयों के लिए “एक व्यक्ति एक पुस्तक दान” अभियान को चलाने की प्रेरणा दी है। इस अभियान का उद्देश्य नव स्थापित महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को पुस्तक ज्ञान से समृद्ध करना है। यह जानकारी राजकीय महाविद्यालय देशनोक की नोडल अधिकारी डा. शालिनी मूलचंदानी ने बुधवार को डूंगर काॅलेज में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दी। डाॅ शालिनी ने कहा कि ज्ञान के इस पवित्र यज्ञ में समाज के सभी वर्गों के व्यक्ति यथा शिक्षक अधिकारी व्यापारी कृषक विद्यार्थी कोई भी सहभागिता कर आहुति दे सकता है। इस अवसर पर डूंगर काॅलेज के प्राचार्य डॉ शिशिर शर्मा ने पुस्तक अभियान पर प्रकाश डाला और 37 नव स्थापित महाविद्यालयों में इसकी महत्ता और उपयोगिता बताई। इस अवसर पर देशनोक के भामाशाह ओम प्रकाश मूंदड़ा , संजय गोयल ,डूंगर महाविद्यालय के डॉ कैलाश स्वामी, डा. रक्षा मिश्रा ,डॉ स्नेह लता पांड्या ने पुस्तक अनुदान हेतु सहयोग प्रदान करने की मंशा जताई। डॉ अविनाश जोधा एवं डॉ राजेश भाखर ने अपने निजी पुस्तकालय से लगभग 400 पुस्तकें भेंट कर ज्ञानार्थीयो के लिए एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किया। उनका योगदान निश्चय ही सराहनीय एवं प्रेरणास्पद है। महारानी सुदर्शना कन्या महाविद्यालय से भी डॉक्टर संजू श्रीमाली एवं डॉ नूरजहां से उपयोगी पुस्तकें प्राप्त हुई। कन्या महाविद्यालय से अन्य प्राध्यापकों ने पुस्तकें भेंट करने की अपनी हार्दिक इच्छा का इजहार किया। डूंगर महाविद्यालय के शिक्षक समुदाय से भी इस हेतु सकारात्मक पहल की गई डॉ राजेंद्र राजपुरोहित, डॉक्टर अनिल गुप्ता ,डॉक्टर सुखाराम, डॉक्टर मैना निर्माण ,डॉक्टर सुनीता गोयल ,डॉ उज्जवल गोस्वामी ,डॉक्टर पवन कुमार आदि ने पुस्तकें प्रदान की। उन्होंने कहा कि ज्ञान की यह मशाल अनवरत जलती रहे। आप की पुस्तकें विद्यार्थियों का मार्ग प्रशस्त कर उन्हें उन्नति की राह पर ले जाएं। यही मंगल कामना इस अभियान का लक्ष्य है। आपके सहयोग से हम अपने इस अभियान को उत्कर्ष तक ले जाने में सफल होंगे , ऐसा पूर्ण विश्वास है।