यू. सी. ई. टी. में कल से पांच दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला का आगाज़
बीकानेर। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के संघटक काॅलेज यू. सी. ई. टी. में कल से पांच दिवसीय फैकल्टी डेवलोपमेन्ट प्रोग्राम की शुरुआत होगी। कार्यक्रम की संयोजक डॉ अनु शर्मा ने बताया कि यह कार्यक्रम “इंटरडिसिप्लिनरी एप्रोच फॉर सस्टेनेबिलिटी बाई चूजिंग ग्रीन टेक्नोलॉजी” पर है। इसमें दस सत्र होंगे जिसमे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान , बिट्स पिलानी और यूनिवर्सिटी के विषय विशेषज्ञ व्याख्यान देंगे। प्रोफेसर एच. डी. चारण कुलपति बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय ने कहा कि आज के दौर में हमें ऐसी तकनीक की ज़रुरत है जो पर्यावरण हितैषी एवम सतत विकास में सहायक हो। डॉ वाई. एन. सिंह ने कहा कि आने वाली पीढ़ी की अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने की क्षमता से समझौता किये बिना वर्तमान पीढ़ी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ग्रीन टेक्नोलॉजी समझना महत्वपूर्ण है। डॉ अनु शर्मा संयोजक ने बताया कि यह कार्यक्रम 16 से 20 सितम्बर तक होगा। प्रथम दिन प्रथम सत्र में भारत में अक्षय संसाधनों से ऊर्जा प्राप्ति के क्या स्थान हैं तथा इनसे कितनी मात्रा में ऊर्जा का उत्पादन होता हैं के विषय में आई. आई. टी., बी. एच. यू. , वाराणसी के प्रोफेसर वाई. सी. शर्मा जानकारी देंगे। किन तकनीकों द्वारा इनका उपयोग करके ऊर्जा उत्पादन की क्षमता को बढ़ाया जा सकता है उनकी विस्तृत जानकारी देंगे। द्वितीय सत्र में प्रोफ़ेसर कुशल कोंगू चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी वायु से पानी प्राप्त करने की तकनीकी पर विस्तृत जानकारी देंगे। सूखा ग्रस्त इलाको में वायु की नमी से पानी प्राप्त करने की नयी तकनीक कारगर साबित होगी। डॉ एस. के. मेहला ने कार्यक्रम की शुभकामनायें दी।