बीकानेर में बंद होने के कगार पर हैं रेस्तरां और कैफे
बीकानेर। बीकानेर में शुक्रवार को छोटे व मध्यम वर्गीय रेस्तराँ और कैफे एसोसिएशन ने अपनी समस्याओं को कलेक्टर नमित मेहता के समक्ष पेश किया एवं ज्ञापन प्रस्तुत किया Iज्ञापन में 70 से अधिक रेस्टोरेंट एंड कैफे व्यवसायियों ने अपने हस्ताक्षर किए I इन कारोबारियों ने बताया कि कोविड -19 के पांच महीनों में व्यवसाय के खर्चे, किराया, जीएसटी बिजली के बिल, स्टाफ का वेतन वहन किया ।ये सब बिना किसी कमाई के किया । इसके चलते कई कैफे और रेस्तराँ बंद होने के कगार पर हैं। कारोबारियों ने बताया कि अभी भी लॉकडाउन खुलने के बावजूद समस्या बरकरार है क्योंकि रात 8:00 से 10:00 बजे और वीकेंड पर हमें व्यवसाय भी बंद करने पड़ते हैं, जिसके कारण रेस्तरां और कैफे व्यवसाय की कमर पूरी तरह टूट चुकी हैI यह समय इस व्यवसाय के लिए सबसे ज्यादा बिजनेस का समय है। वहीं दूसरी ओर बड़े होटल एवं एमएनसी को राष्ट्रीय स्तर पर परमिशन है जिसका लोकल व छोटे रेस्तराँ और कैफे के व्यवसाय पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है । एसोसिएशन ने कलेक्टर से आग्रह किया कि उन्हें रात्रि 8:00 से 10:00 बजे और वीकेंड बंधन से छूट मिले ताकि वे अपने आप को संभाल सके और नुकसान की कुछ भरपाई कर सकें Iकलेक्टर मेहता ने समस्याओं को गौर से सुना और समाधान के लिए आश्वासन भी दिया I