BikanerBusiness

फाइनेंसियल प्लानिंग और इनवेस्टमेंट की जानकारी होना निहायत ही जरूरी

वित्तीय जागरुकता वेबिनार का आयोजन

युवाओं के साथ आम नागरिकों में वित्तीय सम्बन्धित जानकारी के बारे में जागरुकता के लिए वेबिनार बहुत उपयोगी

बीकानेर, 30 अगस्त। भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय की स्वायत्तशासी संस्था नेहरू युवा केन्द्र संगठन बीकानेर एवं इंटिग्रेटी फाईनेंशियल सर्विस, बीकानेर के प्रयास से वित्तीय जागरुकता वेबिनार का आयोजन रविवार को किया गया।

सेमीनार के संयोजक डॉ. चंद्रशेखर श्रीमाली ने बताया कि वित्तीय जागरुकता वेबीनार में सीए सुधीश शर्मा, जोधपुर के सीएस मुकेश बंसल तथा सीएफपी करण गौरी विषय विशेषज्ञ थे। उन्होंने वित्तीय जागरुकता के विविध आयामों पर अपने विचार रखेें।
वेबिनार का संयोजन करते हुए प्रो. प्रशांत जोशी ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताई साथ ही तकनीकी कार्य को सुचारू रूप से संचालित किया।

वरिष्ठ कंपनी सचिव मुकेश बंसल ने कोरोना काल में निवेश की सुरक्षा के टिप्स दिए। उन्होंनेकहा की “आज महिलाओं को फाइनेंसियली सशक्त होना हो तो फाइनेंसियल प्लानिंग और इनवेस्टमेंट की जानकारी होने की जरुरत है. ऐसे में ये वेबिनार एक मील का पत्थर साबित होगी.”
मुकेश बंसल ने “फाइनेंसियल प्लानिंग एक विशेषज्ञ का मामला है, एक पुख्ता वितीय योजना बना कर निवेश आरम्भ करें, जल्दी परन्तु लम्बे समय हेतु. बचत शुरू करने का कोई समय नहीं है. पोंजी स्कीम यानि लाटरी, चिट फण्ड , बी सी इत्यादि में न लगायें. पढ़ कर , समझ कर , पुरे डाक्यूमेंट्स के साथ निवेश करें पर फिर भी धोखा हो तो , जरुर ऑनलाइन शिकायत करें. सेबी की वेब साईट पर शिकायत घर बैठ कर ही की जा सकती है.” नामांकन और जॉइंट नाम की महता को फाइनेंसियल सुरक्षा से जोड़ कर रोचक तरीके से बताया।

आईएफएस के करण गौरी ने जीवन काल को 4 भागो में बांटकर विस्तार से वित्तीय स्थिति को बताया साथ ही 60 से 80 साल की आयु के लिए जीवन में पहले से ही निवेश के तरीकों को बताया।
सीए सुधीश शर्मा ने युवाओं को सलाह दे कि युवाओं को अपनी जॉब के पहले तीन साल में काफी बचत ओर निवेश करना चाहिए। उन्होंने कहा कि निवेश कहा और कैसे करें इसके लिये वित्तिय सलाहकार से मदद लेनी चाहिए।
कार्यक्रम के प्रारंभ में नेहरु युवा केंद्र संगठन बीकानेर की जिला युवा समन्वयक रूपी पाल ने सभी का स्वागत किया वही कार्यक्रम के अंत में
सभी आगंतुकों का धन्यवाद आईएफएस की डा. ज्योति गौरी ने दिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *